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Prayagraj Magh Mela 2023: यहां पढ़ें...प्रयागराज के माघ मेला में इस बार क्‍या होगी अतिरिक्‍त व्‍यवस्‍था

Prayagraj Magh Mela 2023 छह जनवरी 2023 को पौष पूर्णिमा स्नान के साथ माघ मेला शुरू होगा। इस बार माघ मेला का क्षेत्रफल व सुविधाएं बढ़ाने की योजना है। पिछले वर्ष कोविड के चलते कम क्षेत्रफल और कम सुविधाओं में आयोजन हुआ था।

By Jagran NewsEdited By: Brijesh SrivastavaUpdated: Sat, 05 Nov 2022 03:27 PM (IST)
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Prayagraj Magh Mela 2023: गंगा-यमुना के संगम क्षेत्र में माध मेला बसाने को जमीन की मैपिंग शुरू हो गई है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। आपको तो पता ही है कि प्रयागराज में प्रतिवर्ष माघ मेला लगता है। इस बार भी गंगा-यमुना के पावन संगम 2023 की तैयारी अब तेज हो गई है। तंबुओं का शहर बसाने के लिए जमीन की मैपिंग का काम शुरू करा दिया गया है। वैसे गंगा में बाढ़ का पानी देर तक टिके रहने के कारण इस बार देर से माघ मेला का काम शुरू होगा। फिलहाल माघ मेला के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है जिन्हें इस काम सौंपा जा रहा है।

माघमेला की ऐसी होगी तैयारी

-भूमि के सीमांकन के बाद बांटे जाएंगे सेक्टर, फिर काटा जाएगा गाटा

-कई अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी माघ मेला में किए गए तैनात

-14 हजार एलईडी लाइट से जगमग होगा माघ मेला क्षेत्र

-16 मुख्य द्वार पर बिजली की होगी आकर्षक रंग-बिरंगी लाइटिंग

माघ मेला का पहला स्‍नान पर्व पौष पूर्णिमा 6 फरवरी को होगा : माघ मेला इस बार छह जनवरी 2023 को पौष पूर्णिमा स्नान के साथ शुरू होगा। इस बार माघ मेला का क्षेत्रफल बढ़ाया जाएगा। सुविधाएं भी बढ़ाए जाने की योजना है। पिछले वर्ष कोविड के चलते कम क्षेत्रफल और कम सुविधाओं में आयोजन हुआ था। इस बार श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे का अनुमान है, जिसके तहत व्यवस्थाएं भी बढ़ाए जाने की तैयारी शुरू हो गई है।

सेक्‍टर और गाटा की भूमि चिह्नित की जाएगी : माघ मेला प्रशासन के मुताबिक मेला क्षेत्र में जमीन का सीमांकन कर जल्द ही सेक्टर और गाटा की भूमि चिह्नित की जाएगी। इसके बाद सड़क, बिजली और जलापूर्ति की पाइप का काम शुरू कराया जाएगा। नवंबर के दूसरे सप्ताह से ये काम शुरू करा दिए जाने का प्रयागराज मेला प्राधिकरण का लक्ष्य है। इसीलिए स्टाफ की तैनाती होने लगी है।

6 सेक्‍टर में बसेगा माघ मेला : माघ मेला क्षेत्र छह सेक्टर में बसाया जाएगा। इसके साथ ही गंगा पर पांच पांटून पुल बनेंगे। संगम के पास गंगा पर बनाए जाएंगे दो पांटून पुल। अंतिम पांटून पुल नागवासुकि मंदिर के पास बनेगा। त्रिवेणी मार्ग और काली मार्ग पर भी पांटून पुल बनेंगे। प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से इसका खाका भी तैयार कर लिया गया है।

माघ मेला बसाने को 80 करोड़ रुपये का शासन को भेजा प्रस्‍ताव : मेला बसाने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से भेजे गए 80 करोड़ के प्रस्ताव पर जल्द ही शासन की मंजूरी मिलने की उम्मीद है।

14 हजार एलईडी लाइट से जगमग होगा माघ मेला क्षेत्र : इस बार मेला क्षेत्र में कुल 16 स्नान घाट बनाए जाएंगे। पिछले साल 14 स्नान घाट ही थे। जलापूर्ति के लिए 20 अस्थायी नलकूप लगेंगे और पाइप लाइन बिछाई जाएगी। बिजली आपूर्ति के लिए 20 अस्थायी विद्युत उपकेंद्र बनाए जाएंगे। मेला के 16 मुख्य द्वार पर आकर्षक लाइटिंग की जाएगी। पूरे मेला क्षेत्र में 14 हजार से ज्यादा एलईडी लाइट लगाई जाएंगी। संगम के सरकुलेटिंग एरिया में हाईमास्ट के साथ ही विशेष रोशनी की व्यवस्था होगी। विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए 18 बड़े जेनरेटर उपकेंद्रों पर रखे जाएंगे। प्रमुख चौराहों पर कलरफुल एलईडी लाइट्स भी लगेंगी। लगभग पांच हजार पुलिस कर्मी सुरक्षा की कमान संंभालेंगे। एसटीएफ, एटीएस कमांडो, गोताखोरों की भी तैनाती होगी।

माघ मेला की तैयारियों का खाका तैयार कर लिया गया है। गंगा का पानी कम हो गया है। जमीन भी सूखने लगी है। अब जल्द ही काम शुरू कराया जाएगा। वैसे कार्यों का टेंडर जल्द कराया जाएगा।

अरविंद सिंह चौहान, मेलाधिकारी

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