Prayagraj Metro: 1.04 करोड़ रुपये में बनेगा लाइट मेट्रो का डीपीआर, 44 किलोमीटर तक संचालन की तैयारी
महाकुंभ के पहले संगमनगरी में लाइट मेट्रो चलाने की तैयारी तेज हो गई है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी राइट्स एजेंसी को दी है। इसके लिए पीडीए 1.04 करोड़ रुपये खर्च करेगा। प्रति किलोमीटर चार लाख रुपये के अनुसार राइट्स को धनराशि दी जाएगी। संगमनगरी में पर्यटकों की सहूलियत के लिए 44 किलोमीटर तक लाइट मेट्रो का संचालन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज: महाकुंभ के पहले संगमनगरी में लाइट मेट्रो चलाने की तैयारी तेज हो गई है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी राइट्स एजेंसी को दी है। इसके लिए पीडीए 1.04 करोड़ रुपये खर्च करेगा। प्रति किलोमीटर चार लाख रुपये के अनुसार राइट्स को धनराशि दी जाएगी।
संगमनगरी में पर्यटकों की सहूलियत के लिए 44 किलोमीटर तक लाइट मेट्रो का संचालन किया जाएगा। इसके लिए 5500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। एक माह के भीतर पीडीए राइट्स को डीपीआर बनाने के लिए लगभग 50 लाख रुपये की पहली किस्त स्थानांतरित करेगा।
4 लाख प्रति किलोमीटर आएगा खर्च
डीपीआर बनाने में चार लाख रुपये प्रति किलोमीटर का खर्च आएगा। एयरपोर्ट और प्रयागराज जंक्शन वाले रूट पर पहले लाइट मेट्रो का संचालन किया जाएगा। लाइट मेट्रो पहले फेज में बमरौली से झूंसी कनिहार तक संचालित करने की योजना थी। इसकी दूरी लगभग 23 किलोमीटर निर्धारित है।
शांतिपुरम से छिवकी तक दूसरा रूट प्रस्तावित है। इस रूट की दूरी 21 किलोमीटर तक है। पीडीए के चीफ इंजीनियर नीरज कुमार गुप्ता ने बताया कि लाइट मेट्रो के संचालन के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड से स्वीकृति मिल चुकी है। अब इसके संचालन में तेजी आएगी। बताया कि पहले रूट की दूरी में कुछ बदलाव करने की तैयारी की जा रही है।
संगम नगरी में लाइट मेट्रो का संचालन होना शहर के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। समय से लाइट मेट्रो का संचालन किया जाए। इसका प्रयास किया जा रहा है। डीपीआर बनने के बाद ट्रैक बिछाने क प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। - अरविंद चौहान, उपाध्यक्ष, पीडीए