फ्राड कंपनी शाइन सिटी के सीएमडी राशिद नसीम और उसके भाई आसिफ के खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मुकदमा लिखा गया है। सेना से रिटायर पूर्व सूबेदार ने सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज कराया कि उन्होंने शाइन सिटी में लगभग 56 लाख रुपये निवेश किए थे।
By ankur tripathiEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Mon, 29 May 2023 08:45 AM (IST)
जागरण संवाददादात, प्रयागराज: फ्राड कंपनी शाइन सिटी के सीएमडी राशिद नसीम और उसके भाई आसिफ के खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मुकदमा लिखा गया है। सेना से रिटायर पूर्व सूबेदार ने सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज कराया कि उन्होंने शाइन सिटी में लगभग 56 लाख रुपये निवेश किए थे। आज तक एक पैसा नहीं मिला और सीएमडी अपने भाई समेत फरार हो गया है।
शहर के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में रहने वाले उमाकांत मिश्र वर्ष 2007 में भारतीय सेना से सूबेदार पद से रिटायर हुए थे। उसी दौरान वह सिविल लाइंस में शिव महिमा कांप्लेक्स में शाइन सिटी के सेमिनार में शामिल हुए। शाइन सिटी के सीएमडी करेली निवासी राशिद नसीम और उसके भाई आसिफ नसीम ने कई निवेश योजनाएं बताई जिनमें पैसे लगाने पर प्लाट के साथ ही और भी फायदा मिलता।
पूर्व सूबेदार ने शाइन सिटी में किया था निवेश
भविष्य सुरक्षित करने के लिए उमाकांत ने अपने 20 लाख रुपये शाइन सिटी की योजनाओं में लगा दिए। साथ ही पत्नी उमा मिश्रा के नाम से भी 25 लाख 80 हजार जमा कर दिए।
इसके अलावा, बेटे नीरज के नाम से चार लाख रुपये और बहू शालिनी के नाम से छह लाख जमा करा दिए। इस तरह से उन्होंने शाइन सिटी की योजनाओं में 55 लाख 80 हजार रुपये निवेश कर दिए।
धीरे-धीरे कई वर्ष गुजर गए लेकिन उन्हें कोई प्लाट नहीं आवंटित किया गया और न तो एक पैसा मिला। वह पत्नी के साथ शाइन सिटी के दफ्तर पहुंचे तो वहां ताला लगा था। तब पता चला कि वह भी गबन और धोखाधड़ी के शिकार हो गए हैं। पुलिस को पिछले साल ही प्रार्थनापत्र दिया था लेकिन तब पुलिस ने कुछ नहीं किया। अब अदालत के आदेश पर सिविल लाइंस थाने में नामजद एफआइआर लिखी गई है।
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