कौन है यह चोटी कटवा, घर के बाहर सो रही लड़की की काट दी चोटी, पहले भी हुआ ऐसा, घबराए हैं ग्रामीण
गांव के मानिक चंद यादव सोमवार रात बिजली नहीं होने की वजह से परिवार के लोगों के साथ घर के बाहर अलग-अलग चारपाइयों पर सो रहे थे। रात में मानिक चंद की बेटी ज्योति की चोटी काट दी गई। वह सुबह सोकर उठी तो चोटी कटी थी।
प्रयागराज, जेएनएन। चोटी कटवा गिरोह या कोई अकेला सिरफिरा शख्स। सोमवार रात की घटना के बाद यह सवाल प्रयागराज में देवरिया गांव के लोगों और पुलिस के जेहन में कौंध रहा है। रात में घर के बाहर सो रही लड़की के सिर से चोटी काट दी गई। इसके अलावा उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया। पहले भी इस गांव में चोटी काटने की घटना हो चुकी है और अब ताजे प्रकरण के बाद चोटी कटवा गैंग का शोर मच गया है।
कौन काट गया चोटी, मचा गांव में हल्ला
सोमवार आधी रात के बाद सराय इनायत के देवरिया गांव की यह घटना है। गांव में बिजली गायब होने से ज्यादातर लोग रात में घर के बाहर या छत पर सोते हैं। गांव के मानिक चंद यादव भी सोमवार रात बिजली नहीं होने की वजह से परिवार के लोगों के साथ घर के बाहर अलग-अलग चारपाइयों पर सो रहे थे। रात में मानिक चंद की बेटी ज्योति की चोटी काट दी गई। वह सुबह सोकर उठी तो चोटी कटी थी। ज्योति घबरा गई कि ऐसा किसने किया। परिवार के लोगों को पता चला फिर पूरे गांव में खबर फैल गई। चोटी कटवा का हल्ला मच गया। मानिकचंद ने सराय इनायत थाने जाकर बताया तो पुलिसवाले गांव में आए और पूछताछ की। इस गांव में कुछ साल पहले भी चोटी काटने की घटनाएं हो चुकी हैं। बिहार में भी चोटी कटवा गैंग का शोर मच चुका है।
पुलिस मान रही है इसे शरारत
गांव वाले भले ही इसे कुछ और मानें या चोटी कटवा गिरोह कहें लेकिन पुलिस मान रही है कि यह किसी की शरारत है। चोटी कटवा जैसा कुछ नहीं है। यह वैसे ही है जैसे 2 दशक पहले मुंह नोचवा का आतंक फैला था औऱ तमाम बातें कहीं जा रही थीं लेकिन फिर पता चला कि मुंह नोंचवा जैसा कुछ नहीं था बल्कि गर्मी के दिनों में वह उष्मा और उमस की वजह से जुडे़ वाकये थे।