Prayagraj: छिवकी-नैनी में अब नहीं फंसेंगी मुंबई जाने वाली ट्रेनें, डीएफसी रूट पर स्थानांतरित होंगी मालगाड़ियां
ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कारीडोर (ईडीएफसी) के न्यू करछना से इरादतगंज रूट पर शनिवार को 85-90 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मालगाड़ी को दौड़ाया गया। ट्रायल पूरी तरह से सफल रहा। इससे मालगाड़ियों के नियमित संचालन को भी हरी झंडी मिल गई है।
By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Sat, 10 Dec 2022 11:05 PM (IST)
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कारीडोर (ईडीएफसी) के न्यू करछना से इरादतगंज रूट पर शनिवार को 85-90 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मालगाड़ी को दौड़ाया गया। ट्रायल पूरी तरह से सफल रहा। इससे मालगाड़ियों के नियमित संचालन को भी हरी झंडी मिल गई है। जनवरी में नियमित संचालन की उम्मीद है।
इसका सबसे बड़ा फायदा मुंबई रूट की ट्रेनों को होगा, अब वह मालगाड़ियों के कारण नैनी, छिवकी स्टेशन पर नहीं फंसेगी और बिना रुके गंतव्य की ओर जा सकेंगी। सुबह साढ़े 10 बजे उत्तर मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी ( पीसीएसओ) एमके गुप्ता की अगुवाई में निरीक्षण शुरू हुआ। सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, सिग्नल का कार्य देख गया। कमेटी ने स्टेशनों का भी निरीक्षण किया। स्टेशन मास्टर से वार्ता की गई। अब न्यू करछना से इरादतगंज तक भी मालगाड़ियां इस ट्रैक पर दौड़ सकेंगी।
इस खंड के संचालित होने पर पं. दीन दयाल उपाध्याय (पीडीडीयू) की ओर से आने वाली मालगाड़ियों को वाया छिवकी और नैनी नहीं जाना पड़ेगा। पंजाब के लुधियाना से पश्चिम बंगाल तक 1839 किमी का ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कारीडोर का निर्माण कार्य चल रहा है। डीएफसी रूट पर केवल मालगाड़ी चलेंगी।
डीएफसी रूट पर खुर्जा से भाऊपुर तक व रूमा से सुजातपुर तक मालगाड़ी चलाई जा रही है। सितंबर में न्यू छिवकी से चुनार के बीच ट्रायल सफल होने के बाद मालगाड़ियां इस ट्रैक पर स्थानांतरित की जा रही हैं।
मुख्य महाप्रबंधक ओम प्रकाश ने बताया कि 8.8 किमी लंबे रेलखंड पर ट्रायल सफर रहा है और अब इस रूट पर मालगाड़ियों का नियमित संचालन होगा। इससे दिल्ली-हावड़ा रूट पर चल रही मालगाड़ियां इसी रूट पर स्थानांतरित होगी। गुड्स का तेजी से गंतव्य तक पहुंचना आसान होगा। निरीक्षण में सीटीई विनोद बोमपाल, वाई कुमार सीईडीई, पीके वर्मा सीएसई आदि मौजूद रहे।
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