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Prayagraj UP Board 12th Topper List: प्रयागराज के किसान की बेटी को प्रदेश में चौथा स्थान, खुद तैयारी कर हासिल की कामयाबी

फूलपुर के झझरी बिगहिया गांव निवासी किसान संजय यादव की दो बेटियों और एक बेटे में बड़ी आंचल ने इस परीक्षा में 94 प्रतिशत अंक हासिल किया है। खास बात यह कि उन्होंने खुद पढ़ाई की है कभी कोचिंग तक नहीं किया। घर में सात-आठ घंटे की पढ़ाई की।

By Ankur TripathiEdited By: Updated: Sat, 18 Jun 2022 06:20 PM (IST)
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फूलपुर के झझरी गांव की आंचल ने बिना कोचिंग के प्रदेश में लहराया परचम

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। किसान की बेटी आंचल यादव ने वह कर दिखाया, जिसकी उम्मीद लोग कम ही करते हैं। बिना बेहतर व्यवस्था के ही आंचल ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में प्रदेश में अपनी धाक जमा दी है। भौतिक सुख-संसाधन से दूर इस छात्रा ने प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त किया। अब वह आइएएस बनकर माता-पिता के सपनों को साकार करने के लिए जुटेंगी। बोलीं, आइएएस बनकर वह समाज की सेवा करना चाहती हैैं।

आइएएस बनने का सपना है, बिना कोचिंग मिले 94 प्रतिशत अंक

फूलपुर के झझरी बिगहिया गांव निवासी किसान संजय यादव की दो बेटियों और एक बेटे में बड़ी आंचल ने इस परीक्षा में 94 प्रतिशत अंक हासिल किया है। खास बात यह कि उन्होंने खुद पढ़ाई की है, कभी कोचिंग तक नहीं किया। घर में सात-आठ घंटे की पढ़ाई की। मात्र तीन बीघे के काश्तकार किसान संजय पर खेती के सहारे ही पूरे परिवार को पालने की जिम्मेदारी रही, इसलिए आंचल कोचिंग भी नहीं कर सकी। इसके बावजूद आंचल ने लक्ष्य प्राप्त करने की राह में कोई बाधा नहीं आने दी।

वह नियमित रूप से घर में पढ़ाई करती थीं। बाकायदा समय प्रबंधन किया था। विषयवार समय सारिणी बनाकर वह पढ़ाई करती थीं। रात में देर तक पढ़ाई और फिर सुबह जल्दी ही उठकर अध्ययन को उन्होंने आदत में शुमार किया था। पढऩे के साथ लिखने की भी उन्होंने खूब आदत डाली थी। इस सफलता का श्रेय वह मां सरोज, पिता व शिक्षक रत्नेश, शिवबालक तथा राजेश यादव को देती हैैं। उनकी छोटी बहन अंजलि कक्षा नौ तथा भाई आर्यन कक्षा पांच की पढ़ाई कर रहा है। पिता परंपरागत खेती ही करते हैैं।