पंजाब से बंगाल तक डीएफसी के ट्रैक पर रहेगा प्रयागराज का 'कंट्रोल', जानिए इसकी खासियत
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह के अनुसार प्रयागराज में बनाया गया डीएफसी का यह आपरेशनल कंट्रोल सेंटर कई मायने में विशेष है। इसका निर्माण वैश्विक मानक को ध्यान में रखकर किया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर के भाऊपुर-खुर्जा सेक्शन के मंगलवार को उद्घाटन के साथ जहां मोदी सरकार का एक ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा होगा, वहीं प्रयागराज का मान भी बढ़ेगा। क्योंकि लुधियाना (पंजाब) से दानकुनी पश्चिम बंगाल तक 1865 किलोमीटर लंबे कोरिडोर पर दौडऩे वाली मालगाडि़यों का समग्र संचालन प्रयागराज से होगा इसके लिए उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय सूबेदारगंज के समीप डीएफसी की ओर से आपरेशन कंट्रोल रूम बनाया गया है जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है।
200 मीटर से बड़े हॉल में लगी है 90 मीटर लंबी स्क्रीन
सूबेदारगंज में डेडीकेटेड फ्रेट कोरीडोर कारपोरेशन लिमिटेड की ओर से तैयार कराया गया आपरेशनल कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) विश्व स्तरीय है। इसका कंट्रोल रूम 200 मीटर रनिंग टै्रक से भी ज्यादा बड़ा है। इसमें मालगाडिय़ों की मॉनीटरिंग और संचालन के लिए 90 मीटर लंबी स्क्रीन लगी है जिससे लुधियाना से पं. बंगाल के दानकुनी के बीच मालगाडिय़ों का संचालन सरल तरीके से किया जा सकेगा।
1865 किमी लंबे रेल ट्रैक पर केवल एक कंट्रोल रूम
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह के अनुसार प्रयागराज में बनाया गया डीएफसी का यह आपरेशनल कंट्रोल सेंटर कई मायने में विशेष है। इसका निर्माण वैश्विक मानक को ध्यान में रखकर किया गया है। अत्याधुनिक डिजाइन के साथ यह पर्यावरण सापेक्ष है। इसे सुगम्य भारत अभियान के मानकों के तहत निर्मित किया गया है जिसे ग्रीन बिल्डिंग के तहत गृह-4 की रेटिंग भी दी गई है। बड़ी खासियत यह है कि लुधियाना से दानकुनी तक का समग्र व्यू यहां एक ही कंट्रोल पैनल पर दिखाई देगा जिससे मालगाडिय़ों के संचालन में काफी आसानी होगी।
एक ही कंट्रोल रूम होने से गुड्स ट्रेनों की मॉनीटरिंग होगी बेहतर
अभी तक देश में इतने लंबे रेल ट्रैक की मॉनीटरिंग की सुविधा एक जगह से नहीं है। टे्रनों के संचालन के लिए दो से ढाई सौ किलोमीटर पर एक कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। किंतु ईडीएफसी का यह प्रयागराज स्थित आपरेशन कंट्रोल सेंटर लुधियाना से दानकुनी पं. बंगाल के बीच 1865 किमी लंबे ट्रैक पर मालगाडिय़ों का संचालन व मॉनीटरिंग करेगा।