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क्विक वाटरिंग सिस्टम से पांच मिनट में भर जाएगा ट्रेनों के सभी कोच में पानी, सफर में नहीं झेलनी होगी पानी की किल्लत

ट्रेन में सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया जाएगा। इसके लिए टेंडर हो चुका है। साल के अंत तक दोनों स्टेशनों पर क्विक वाटरिंग सिस्टम से काम शुरू कर दिया जाएगा।

By Ankur TripathiEdited By: Updated: Sat, 30 Jan 2021 07:00 AM (IST)
क्विक वाटरिंग सिस्टम से पांच मिनट में भर जाएगा ट्रेनों के सभी कोच में पानी, सफर में नहीं झेलनी होगी पानी की किल्लत
प्रयागराज जंक्शन के एक से 10 नंबर प्लेटफार्म पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया जाएगा।

प्रयागराज, अतुल यादव। ट्रेन में सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया जाएगा। इसके लिए टेंडर हो चुका है। साल के अंत तक दोनों स्टेशनों पर क्विक वाटरिंग सिस्टम से काम शुरू कर दिया जाएगा। इस आधुनिक सिस्टम से पांच मिनट में 24 कोच में पानी भरा जा सकता है। 

प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल पर लगेंगे सिस्टम 

दरअसल, अभी ट्रेनों के कोच में पानी खत्म होने से असहजता होती है। खासकर गर्मी में पानी की किल्लत अधिक होती है। प्रयागराज जंक्शन के एक से 10 नंबर प्लेटफार्म पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया जाएगा। कई बार पानी के अभाव में यात्रियों को टॉयलेट इस्तेमाल करने परेशानी होती थी। अब ट्रेनों में सीमित समय में पानी की उपलब्धता होगी। प्रयागराज से करीब 100 और कानपुर सेंट्रल से गुजरने वाली करीब 150 ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा। इसके बाद आगरा स्टेशन पर भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। 

कुछ ऐसे काम करेगा आधुनिक सिस्टम

क्विक वाटरिंग सिस्टम में करीब तीन पंप सीरीज में लगाए जाएंगे। कोच में पानी की जरूरत के अनुसार पंप चलेंगे। सुपरवाइजर के मोबाइल पर डिस्प्ले  के साथ कंट्रोल रहेगा।

प्रयागराज छिवकी, झांसी में लगा सिस्टम

रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए समय-समय पर आधुनिकरण कर रहा है। इसी क्रम में प्रयागराज छिवकी और झांसी स्टेशन पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया गया है। 

क्विक वाटरिंग सिस्टम से पांच मिनट में 24 कोच के वाटर टैंक में पानी भरा जा सकेगा। इस सिस्टम के लगने से कोच में पानी की किल्लत नहीं होगी और यात्रियों को भी सहूलियत मिलेगी।  - अजीत कुमार सिंह, सीपीआरओ।