ये है स्मार्ट सिटी Prayagraj, 4 वर्षों में 4 नए फ्लाईओवर व 30 सड़कें हुईं स्मार्ट, 1100 लगे CCTV कैमरे
प्रयागराज स्मार्ट सिटी में शामिल है। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए अब तक 4 वर्षों में 529 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। 2014 में केंद्र की भाजपा सरकार बनने के बाद 24 जून 2017 को तीसरे चरण में प्रयागराज शहर का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया गया था।
प्रयागराज, जेएनएन। यह है प्रयागराज (पुराना इलाहाबाद)। इसे संगम नगरी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा इसलिए कि यहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का मिलन स्थल संगम है। इस धार्मिक, शैक्षिक व ऐतिहासिक नगरी के बेटों ने देश-विदेशों में यहां का नाम रोशन किया है। हाईटेक युग में शहर लगातार स्मार्ट होता जा रहा है। पिछले चार वर्षों की बात करें तो प्रयागराज में काफी कुछ बदलाव नजर आ रहा है। पतली और संकरी सड़कें चौड़ी हुई हैं तो कई फ्लाईओवर भी बने, जिससे आवागमन बेहतर हुआ है। आइए जानें क्या हुए हैं बदलाव।
4 वर्षों में 529 करोड़ रुपये विकास कार्यों में खर्च हुए : संगम नगरी प्रयागराज स्मार्ट सिटी में शामिल है। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए अब तक 4 साल में 529 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। 2014 में केंद्र की भाजपा सरकार बनने के बाद 24 जून 2017 को तीसरे चरण में प्रयागराज शहर का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया गया था।
2019 के कुंभ मेला में काफी विकास कार्य हुए : इसके बाद 2019 के दिव्य और भव्य कुंभ मेले को लेकर शहर को सजाने की तैयारी शुरू हुई। बीते चार वर्षों में 30 सड़कों को स्मार्ट किया गया है, चार नए फ्लाईओवर और 8 अंडरपास बनाए गए हैं। इसके साथ ही जिले में लगभग 1100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे और बड़ी संख्या में पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लगाए गए हैं।
'तीसरी आंख' से हो रही मुख्य मार्गों व संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा : प्रयागराज जिले में सीसीटीवी कैमरों की संख्या काफी अधिक है। कई रोड चौराहे व अधिकांश प्रतिष्ठानों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। स्मार्ट सिटी के तहत अब तक शहर भर में लगभग 1100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। जिनके माध्यम से मुख्य मार्गो व संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा और निगरानी रखी जा रही है। इन कैमरों की मदद से आपराधिक घटनाओं को ट्रेस करने में पुलिस को भी मदद मिलती है। इन हाई एंड रिजोल्यूशन कैमरों से पुलिस का निगरानी तंत्र बहुत मजबूत हो गया है। वहीं, आपराधिक घटनाओं पर भी लगाम लगाने में पुलिस को आसानी हो गई है।
रेलवे स्टेशनों पर विकास कार्य : प्रयागराज आने वाले पर्यटकों और संगम स्नान का पुण्य कमाने देश के कोने-कोने से आने वाले लोगों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशनों पर भी काफी विकास कार्य किए गए हैं। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशनों और प्लेटफार्मों की रीमाडलिंग की है। प्रयागराज जंक्शन, सुबेदारगंज, प्रयागराज सिटी, प्रयागराज संगम स्टेशन, प्रयाग स्टेशन पर जाकर देखा जा सकता है कि पहले और अब में क्या बदलाव रेलवे ने किया है।