Road Safety: इंटरसेप्टर टीम करेगी प्रयागराज में ओवरस्पीड वाहनों की जांच, अवैध पार्किंग पर होगा चालान
एसएसपी शैलेश पांडेय ने अभियान की सराहना करते हुए कहा कि वाहन चालकों का सजग होना बेहद जरूरी है। संसाधन के अभाव से कम बल्कि ओवर स्पीड और नशे की हालत में गाड़ी चलाने से अधिक हादसे होते हैं। ऐसे में लोगों को स्वयं भी ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
By Tara GuptaEdited By: Ankur TripathiUpdated: Sun, 27 Nov 2022 08:40 PM (IST)
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। हर व्यक्ति सुरक्षित रहकर यात्रा करे। हर व्यक्ति यातायात के नियमों को जाने और उसका पालन करे। इसके लिए दैनिक जागरण सुरक्षित यातायात अभियानÓ चला रहा है। अभियान का मकसद है कि मार्गदुर्घटना में किसी की जान न जाने पाए।
हाईवे से लेकर सामान्य सड़कों पर सुगम यातायात, हादसों को रोकने, पुलिस की व्यवस्था को मजबूत बनाने, खामियों को दूर करने और अमूल्य जीवन को बचाने के संबंध में एसएसपी शैलेश पांडेय से बातचीत की। एसएसपी ने अभियान की सराहना करते हुए कहा कि वाहन चालकों का सजग होना बेहद जरूरी है। संसाधन के अभाव से कम बल्कि ओवर स्पीड और नशे की हालत में गाड़ी चलाने से भी अधिक हादसे होते हैं। ऐसे में लोगों को स्वयं भी ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
प्रश्न- हाइवे पर हादसे अधिक होते हैं। यहां ट्रैफिक पुलिस की पेट्रोलिंग के लिए क्या व्यवस्था की गई?- हाईवे पर थाने की पुलिस पेट्रोलिंग करती है। ओवर स्पीड वाहनों की जांच के लिए इंटरसेप्टर टीम को लगाया जाएगा। हाईवे किनारे अवैध रूप से खड़े होने वाले वाहनों का चालान भी किया जाता है।
प्रश्न- कई डेंजर जोन और ब्लैक स्पॉट हर साल चिन्हित किए जाते हैं लेकिन सुधार क्यों नहीं होता है?
- ब्लैक स्पाट डेटा बेस के आधार पर तैयार किया जाता है। जिन स्थानों पर हादसे अधिक होते हैं, वहां के कारण तलाशे जाते हैं और फिर उसी के अनुरूप व्यवस्था की जाती है। सड़क खराब होने की स्थित में संबंधित विभाग को पत्र लिखा जाता है। आवश्यकतानुसार डिवाइडर के कट, ब्रेकर और दूसरे इंतजाम किए जाते हैं।प्रश्न- ट्रक और दूसरे मालवाहक वाहनों में सवारी ढोने का सिलसिला जारी है, इसकी रोकथाम के लिए क्या इंतजाम किए जा रहे हैं?
- मालवाहक वाहन खासकर ट्रक और ट्रैक्टर का एमवी एक्ट में चालान किया जाता है। ट्रैफिक पुलिस की ओर से लोगों को जागरूक करने का भी अभियान चलाया जा रहा है। यात्री वाहन में ही लोगों से सफर करने की सलाह दी जाती है। ताकि हादसों को रोका जा सके।प्रश्न- शहर से ग्रामीण क्षेत्रों में बाटलनेक रोड हैं, जहा एक्सीडेंट बहुत होते हैं। ऐसी जगह ट्रैफिक पुलिस की ओर से क्या प्रबंध किए जाएंगे हैं?
- बाटलनेक रोड पर ट्रैफिक अटकता है। कस्बा, बाजार, मंडी और वाहनों के अधिक खड़े होने पर भी ऐसी स्थिति निर्मित होती है। ट्रैफिक पुलिस की ओर से इसके लिए इंतजाम किए जाते हैं। कई बार सड़क को वनवे करके भी इस समस्या को दूर किया जाता है।प्रश्न- सुरक्षित और सुगम यातायात के लिए सड़कों पर संकेतक सहित अन्य संसाधन का अभाव है, कब तक लग पाएंगे?- संकेतक लगाने की जिम्मेदारी सड़क का निर्माण करने और रखरखाव करने वाले विभाग की होती है। ऐसे सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर और पत्राचार करके व्यवस्था किए जाने पर जोर दिया जाता है, जिससे कम से कम हादसे हों।
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