Anupriya Yadav Chess: सात साल की अनुप्रिया शतरंज में बनीं दुनिया की नंबर वन खिलाड़ी
अनुप्रिया बेथनी कान्वेंट स्कूल में कक्षा दो की छात्रा हैं। पिता शिवशंकर नैनी में ही कोचिंग चलाते हैं। मां सरस्वती देवी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं। दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए अनुप्रिया ने बताया कि बचपन से घर में सिर्फ एक ही चीज का क्रेज देखा वह था शतरंज।
By Jagran NewsEdited By: Nitesh SrivastavaUpdated: Tue, 06 Jun 2023 10:48 AM (IST)
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : Anupriya Yadav Chess- शतरंज की दुनिया में संगम नगरी की शानदार दस्तक हुई है। नैनी की रहने वाली अनुप्रिया यादव शतरंज में नंबर एक बन गई है। अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ ने जून के महीने की रैंकिंग जारी की। जिसमे विश्व रेटिंग में अंडर-सात बालिका वर्ग में अनुप्रिया को पहला स्थान मिला। अनुप्रिया को 1307 अंक मिले हैं।
फ्रांस की बुनी दूसरे व बांग्लादेश की वारिसा हैदर को विश्व रैंकिंग में तीसरा स्थान मिला हुआ है। चौथे स्थान पर इंग्लैंड की नवी कोनारा को जगह मिली है। जबकि पांचवा स्थान संस्कृति यादव ने हासिल किया है, संस्कृति भी भारत की रहने वाली हैं और उन्हें 1223 अंक मिले हैं।
कक्षा दो की छात्रा है अनुप्रिया
अनुप्रिया बेथनी कान्वेंट स्कूल में कक्षा दो की छात्रा हैं। पिता शिवशंकर यादव नैनी में ही कोचिंग चलाते हैं। मां सरस्वती देवी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं। दैनिक जागरण से फोन पर बातचीत करते हुए अनुप्रिया ने बताया कि बचपन से घर में सिर्फ एक ही चीज का क्रेज देखा वह था शतरंज। अब मुझे या इतना पसंद है कि हर वक्त मेरे दिमाग में शतरंज की चाल दौड़ती रहती है।
पढ़ाई के बाद जो समय बचता है उसे मैं शतरंज में ही देती हूं। पहले बड़ी बहन के साथ शतरंज खूब खेला करती थी। कोरोना काल के बाद आनलाइन शतरंज खेलने की शुरुआत हुई। इससे मेरे खेल में और अधिक सुधार हुआ। देश के लिए पदक जीतना है। देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन करना है। माता पिता का सपना भी हम से जुड़ा हुआ है उसे भी एक दिशा दे रही हूं।
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