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कुंभ के स्नान पर्वों पर प्रत्‍येक 20 मिनट में चलेगी स्पेशल ट्रेन

इस बार के कुंभ मेेला के स्‍नान पर्वों पर रेलवे यात्रियों की सुविधा को ध्‍यान में रखकर प्रत्‍येक 20 मिनट में स्‍पेशन गाड़ी चलाएगा। प्रवाही भारतीयों के लिए प्रीमियम सुविधा वाली ट्रेन चलेगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 26 Oct 2018 07:02 PM (IST)Updated: Fri, 26 Oct 2018 07:02 PM (IST)
कुंभ के स्नान पर्वों पर प्रत्‍येक 20 मिनट में चलेगी स्पेशल ट्रेन

प्रयागराज : अगले वर्ष आयोजित कुंभ मेले में स्नानार्थियों की सुविधा को लेकर रेलवे अधिक संवेदनशील  है। स्‍नान पर्वों पर यात्रियों के लिए प्रत्येक 20 मिनट में एक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी। इसमें 50 प्रतिशत ट्रेनें समय सारणी के अनुरूप चलेंगी।

 बीते कुंभ 2013 में हुई भगदड़ से रेलवे ने सबक लिया है। इस बार के कुंभ मेले में स्टेशन परिसर के आस-पास व प्लेटफार्मों पर भीड़ न बढ़े, इसके लिए कवायद की जा रही है। रेलवे बोर्ड के रोलिंग स्टॉक सदस्य राजेश अग्रवाल विगत दिन प्रयागराज में थे। उन्होंने बताया कि कुंभ के मद्देनजर आठ सौ स्पेशल ट्रेनें चलेंगी। कुंभ मेला में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की यात्रा बेहतर बनाने को मेमू ट्रेनों परिचालन होगा, जो बाद में कानपुर में अनुरक्षित होंगी।

अप्रवासी भारतीयों के लिए पांच ट्रेनें :

अप्रवासी भारतीयों के लिए दिल्ली तक प्रीमियम सुविधा वाली पांच ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके सारे डिब्बे एसी द्वितीय श्रेणी के होंगे। इनमें हमसफर एक्सप्रेस के नवीनतम रेक के बराबर सुविधाएं होंगी। स्टेशन परिसर व रेल कोचों की सफाई मशीनीकृत होगी। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि कुंभ के मद्देनजर होने वाले रेलवे के सारे काम नवंबर माह में पूरे कर लिए जाएंगे।

तकनीक का होगा प्रयोग :

महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि यात्रियों की सहूलियत के लिए हर ट्रेन में वालंटियर की तैनाती की जाएगी, जो यात्रियों को सही जगह उतरने को प्रेरित करेंगे। साथ ही भीड़ प्रबंधन के लिए इंटेलिजेंट वीडियो एनालिटिक्स जैसी अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग होगा। वहीं सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों से संपर्क स्थापित किया जाएगा।

शौचालय के लिए दी जमीन :

महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि कुंभ में श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए रेलवे की जमीन मुफ्त में प्रशासन को दी जाएगी। बक्शी बांध पर उन्हें सड़क बनाने की अनुमति दी गई है। वहीं अन्य खाली जमीनों का प्रयोग शौचालय बनाने के लिए दिया जाएगा।


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