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Prayagraj: 10 वर्षों से बेसिक शिक्षकों का प्रमोशन नहीं हुआ, आक्रोशित शिक्षकों का क्‍या है अगला कदम

शिक्षक नेता ब्रजेंद्र सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के हजारों पद पिछले 10 वर्षों से रिक्त हैं। इसकी वजह पदोन्नति प्रक्रिया का न होना है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 07 Sep 2022 10:14 AM (IST)Updated: Wed, 07 Sep 2022 10:14 AM (IST)
बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन न होने से आंदोलन का निर्णय लिया है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। 10 वर्षों से बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन व शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापकों का प्रमोशन 10 वर्ष से नहीं हुआ है। इससे शिक्षकों में असंतोष पनप रहा है। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में भी शिक्षकों की कमी हो रही है। शिक्षक संगठनों ने इसे लेकर स्कूल शिक्षा महानिदेशक से मिलने और ज्ञापन देने की तैयारी की है।

सभी संगठनों से एकजुट की अपील : शिक्षकों के सभी संगठनों ने एकजुट होकर आग्रह किया है कि प्रमोशन की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए। शिक्षक नेता ब्रजेंद्र सिंह ने कहा कि विगत 10 वर्षों से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। यह सहायक अध्यापको की उपेक्षा का द्योतक है।

प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यपको के पद रिक्त : शिक्षक नेता ब्रजेंद्र सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के हजारों पद पिछले 10 वर्षों से रिक्त हैं। इसकी वजह पदोन्नति प्रक्रिया का न होना है। ये सभी पद प्रमोशन के आधार पर भरे जाते हैं। अध्यापक सेवा नियमावली में प्रत्येक तीन वर्ष में अध्यापकों की वरिष्ठता सूची जारी कर पदोन्नति किए जाने का प्रावधान किया गया है। वर्षों से पदोन्नति न होने के कारण समस्त जनपदों के अधिकांश विद्यालयों में प्रधानाध्यापक का प्रभार सहायक शिक्षकों को सौंप कर काम चलाया जा रहा है। इससे शिक्षण के साथ कई सरकारी योजनाओं मिशन प्रेरणा कायाकल्प, निपुण भारत, डीबीटी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। वर्षों से पदोन्नति न होने से अध्यापकों में भारी रोष है और उनका मनोबल टूट रहा है।

शिक्षकों की क्‍या है मांगें

- जनपदों में अध्यापकों की वरिष्ठता सूची अध्यापक सेवा नियमावली में निहित निर्देशों के क्रम में शीघ्र जारी की जाए।

- प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापकों के रिक्त पदों एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों की सूची जारी की जाए।

- रिक्त पदों के सापेक्ष पदोन्नति किये जाने के लिए शीघ्र विभागीय आदेश जारी किया जाए।

- पिछले दिनों विभिन्न विभागों में पदोन्नति की जा चुकी है, लेकिन परिषदीय शिक्षकों की पदोन्नति में की जा रही देरी समझ से परे एवं अन्यायपूर्ण है।


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