Top Prayagraj News of the day, 28 March 2020 : Prayagraj Lockdown Day 4 : व्यापारियों में भीड़ लगने का डर, नहीं खुला राशन का थोक बाजार Prayagraj News
थोक मंडी शनिवार को भी नहीं खुली। वहीं लॉकडाउन के बाद भी गलियों में घूम रहे लोगों को पुलिस नेघर के अंदर किया। कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी से लडने के लिए मानसिक सैनिटाइजर अहम।
By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Sat, 28 Mar 2020 09:32 PM (IST)
प्रयागराज, जेएनएन। जिला प्रशासन के निर्देश के बावजूद शनिवार को मुट्ठीगंज मंडी में आटा, दाल, चावल, घी, तेल जैसी खाद्य सामग्रियों की थोक दुकानें नहीं खुलीं। जहां-तहां इक्का-दुक्का दुकानें जो खुली भी रहीं, वह फुटकर की थीं। वहीं, कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन लागू किया गया है, ताकि लोग घरों में रहें तो खतरा कम हो। किंतु, इस पर लापरवाही बरती जा रही है।इस पर पुलिस ने सख्ती से उन्हें घरों में रहने की हिदायत दी। जबकि, कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से लडऩे के लिए मानसिक सैनिटाइजर की भी आवश्यकता है।
Prayagraj Lockdown Day 4 : व्यापारियों में भीड़ लगने का डर, नहीं खुला राशन का थोक बाजार जिला प्रशासन के निर्देश के बावजूद शनिवार को मुट्ठीगंज मंडी में आटा, दाल, चावल, घी, तेल जैसी खाद्य सामग्रियों की थोक दुकानें नहीं खुलीं। जहां-तहां इक्का-दुक्का दुकानें जो खुली भी रहीं, वह फुटकर की थीं। थोक दुकानें खुलवाने के लिए व्यापारियों में भरोसा जगाने मंडी सचिव और दो एसीएम भी पहुंचे। करीब डेढ़-दो घंटे पूरे क्षेत्र में लाउड हेलर से एनाउंस हुआ फिर भी पुलिस की सख्ती से सहमे व्यापारी दुकानें खोलने को राजी नहीं हुए।
Prayagraj Lockdown Day 4 : गलियों में लगी थी पंचायत, पुलिस ने दिखाई सख्ती, लोगों को घराें में भेजाकोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन लागू किया गया है, ताकि लोग घरों में रहें तो खतरा कम हो। किंतु, इस पर लापरवाही बरती जा रही है। पुलिस अधिकारियों को सूचना मिली कि सड़कों पर भले लोग कम निकल रहे हों, लेकिन मोहल्लों के भीतर गलियों में बड़ी संख्या में लोग जुट रहे हैं। दुकानें भी खुल रही हैं जहां लोग बैठे रहते हैं। खासतौर पर खुल्दाबाद और करेली इलाके के मोहल्लों में ऐसी शिकायत ज्यादा मिल रही है। शनिवार को एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने अटाला, रोशन बाग, अकबरपुर, निहालपुर, दरियाबाद समेत कई मोहल्लों में पुलिस बल के साथ जाकर गलियों में जमा लोगों को सख्ती से साथ घर के भीतर भेजा।
Coronavirus : कोरोना से जंग में मानसिक सैनिटाइजर की अहम भूमिका कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से लडऩे के लिए मानसिक सैनिटाइजर की भी आवश्यकता है। माला फेरत जुग भया फिरा न मन का फेर, कर का मनका डार दे मन का मनका फेर।। कबीर की पंक्तियां आज के समय में यह कहूं कि वर्तमान हालात पर बिल्कुल सटीक उतरती है। कोरोना जैसी महामारी के लिए अनेक सैनिटाइजर के प्रयोग किए जा रहे हैं, और स्वास्थ्य संगठन और हमारी सरकार ने लोगों को जागृत किया है कि वह लगातार अपने हाथों को साबुन से धोते रहें। ताकि किसी भी प्रकार के कीटाणु प्रवेश न कर सके। परंतु सवाल यह उठता है कि हमारे मन के अंदर क्या चल रहा है। हम किस और किस दिशा में कब क्या सोचते हैं। इस पर बहुत कुछ निर्भर होता है। यह कहना है प्रयागराज के साहित्यकार शैलेंद्र मधुर का।
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