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Prayagraj: संगम नगरी में बनेंगे दो रिवर पोर्ट, जल पर्यटन को बढ़ावा देने को गंगा व यमुना किनारे होगा निर्माण

क्रूज के साथ ही मालवाहक जलपोत के संचालन की योजना बन रही है। संगम नगरी में जल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दो रिवर पोर्ट का निर्माण कराया जाएगा। ये दोनों पोर्ट गंगा और यमुना के किनारे बनाए जाएंगे।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Fri, 13 Jan 2023 04:24 PM (IST)
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क्रूज के साथ ही मालवाहक जलपोत के संचालन की बन रही योजना। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज से हल्दिया जलमार्ग परियोजना के लिए संगम नगरी में दो रिवर पोर्ट बनाए जाएंगे। इस परियोजना से जल पर्यटन के साथ ही जल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा। मालवाहक पानी के जहाजों के चलने से कारोबार और जल पर्यटन से आय के स्रोत बढ़ने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से जलमार्ग प्राधिकरण को क्रूज संचालन के लिए पत्र भेजने से स्थानीय स्तर पर तैयारी तेज हो गई है। गंगा में जगह-जगह सिल्ट की सफाई के लिए ड्रेजिंग कराने का प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है।

यहां बनेगा रिवर पोर्ट

दो रिवर पोर्ट में से पहला रिवर पोर्ट यमुना के किनारे कीडगंज क्षेत्र में बोट क्लब के पास बनेगा। निर्माणाधीन हेलीपोर्ट के पास ही यह रिवर पोर्ट बनेगा। दूसरा गंगा के किनारे बनेगा। गंगा किनारे लवायन कला में रिवर पोर्ट बनाया जाएगा। रिवर पोर्ट के लिए केंद्रीय पर्यटन विभाग की ओर से जलमार्ग प्राधिकरण को पांच करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है। जलमार्ग प्राधिकरण ने इसके निर्माण की जिम्मेदारी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) को सौंपा है।

जलमार्ग प्राधिकरण ने सीपीडब्ल्यूडी को दिया ठेका

रिवर्र पोर्ट (बंदरगाह) के लिए लवायन कलां में नौ एकड़ जमीन राज्य सरकार ने भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण को सौंप दिया है। जलमार्ग प्राधिकरण ने इस जमीन पर केंद्रीय लोक निर्माण विभाग को विकास कार्य कराए जाने का ठेका दिया। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने इसकी चहारदीवारी बना दिया है। यहां बिजली का कनेक्शन, ट्रांसफार्मर स्थापित करा दिया है। नलकूप भी स्थापित करा दिया गया है। यहां छह सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। बंदरगाह को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए बड़ा प्रोजेक्ट तैयार है। छिंवकी स्टेशन से रेल लाइन बंदरगाह तक जाएगी।

बंदरगाह तक बढ़ाई जाएगी लाइन

अभी छिंवकी से भारत सरकार के उपक्रम स्टील अथारिटी ऑफ इंडिया (सेल) के डिपो तक लाइन बिछी है। यहां से बंदरगाह तक लाइन बढ़ाई जाएगी। इस तरह बंदरगाह को प्रयागराज-मीरजापुर राष्ट्रीय राजमार्ग से जोडऩे के लिए फोरलेन सड़क के भी निर्माण का प्रस्ताव है। बंदरगाह के बनने से लोडिंग-अनलोडिंग आसानी से हो सकेगा।

क्या कहते हैं अधिकारी

भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के प्रयागराज कार्यालय के कनिष्ठ जलीय सर्वेक्षक अशोक कुमार ने बताया कि रिवर पोर्ट के लिए धन आवंटित हो चुका है। जल्द ही इसका निर्माण शुरू कराए जाने की तैयारी चल रही है। क्रूज संचालन के लिए गंगा की डेजिंग करानी पड़ेगी। निर्देश मिलते ही इसका कार्य भी शुरू करा दिया जाएगा।

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