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UP BEd Entrance Exam Result 2022: रागिनी यादव ट्यूशन पढ़ाकर बन गईं बीएड प्रवेश परीक्षा की टापर

UP BEd Entrance Exam Result 2022 बीएड प्रवेश परीक्षा की टापर रागिनी यादव ने प्रयागराज में बताया कि पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। दो छोटे भाई हैं जिनकी पढ़ाई पर काफी खर्च होता है। पिता पर ज्यादा आर्थिक भार न पड़े इसलिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी संग ट्यूशन पढ़ाती थीं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Fri, 05 Aug 2022 04:49 PM (IST)
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UP BEd Entrance Exam Result 2022: बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा की टापर रागिनी यादव की सफलता की कठिन राह थी।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। UP BEd Entrance Exam Result 2022 रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली (Rohilkhand University Bareilly) की ओर से शुक्रवार को जारी उत्तर प्रदेश बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के परिणाम में टापर (Topper) बनीं रागिनी यादव (Ragini Yadav) ने कठिन परिश्रम की मिसाल पेश की। उन्‍हें 359.66 अंक प्राप्‍त हुए हैं। मूलरूप से अयोध्या की रहने वाली रागिनी ने प्रयागराज के सलोरी में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की। उनकी तैयारी के लिए परिवार पर ज्यादा आर्थिक भार न पड़े, इसके लिए रागिनी ने ट्यूशन भी पढ़ाया और इससे उन्होंने अपना खर्च निकाला। रागिनी का सपना पीसीएस अधिकारी बनना है।

वर्ष 1919 से प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की : अयोध्या के मिल्कीपुर तहसील स्थित कर्मडांडा के पूरे अमीर सिंह का पुरवा गांव की रहने वाली रागिनी यादव ने 2014 में डीडी पब्लिक स्कूल से 2014 में हाइस्कूल की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद तीन वर्ष का मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। इसके बाद आजाद आइसी पलिया कुचेरा से 2019 में इंटर की पढ़ाई के बाद अयोध्या के ही मां त्रिपाला देवी डिग्री कालेज में स्नातक में दाखिला ले लिया। 2019 प्रयागराज के सलोरी में कमरा लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी।

रागिनी यादव बाेलीं- परिवार पर आ‍र्थिक बोझ न पड़े, इसलिए पढ़ाती थीं ट्यूशन : रागिनी यादव ने बताया कि पिता रामबली यादव दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। परिवार में दो छोटे भाई भी हैं ऐसे में उनकी पढ़ाई पर भी काफी खर्च होता है। पिता पर ज्यादा आर्थिक भार न पड़े इसके लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के साथ ही सीबीएसई के बच्चों को ट्यूशन करना शुरू कर दिया। रागिनी ने बताया कि ट्यूशन से जो पैसा मिलता उससे अपनी कोचिंग का खर्च निकल जाता है और इससे पिता से ज्यादा पैसा नहीं लेना पड़ता है। रागिनी यादव ने कहा कि मां उत्तम लली यादव और पिता रामबली यादव ने लगातार उत्साहवर्धन किया। माता-पिता उनको पीसीएस अधिकारी बनते देखना चाहते हैं और यह सपना पूरा करना ही उनका लक्ष्य है।

प्रयागराज के किसान की बेटी नीतू देवी को यूपीबीएड में दूसरा स्थान : उप्र बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के परिणाम की वरीयता सूची में 358 अंक के साथ दूसरे स्थान पर आने वाली नीतू देवी प्रयागराज शहर के अल्लापुर मोहल्‍ले में रहकर तैयारी कीं। मूलरूप से कानपुर देहात के रहने वाले किसान रामबालक सिंह की बेटी नीतू देवी ने ट्यूशन पढ़ाकर अपना खर्च निकाला। भोपाल सीआइडी में कार्यरत नीतू की बहन ने भी तैयारी में मदद की। अब नीतू पीसीएस अधिकारी बनना चाहती हैं।

पिता के पास थोड़ी सी खेती योग्‍य भूमि है : कानपुर की सिकंदरा तहसील के वैना गांव की निवासी नीतू देवी ने बताया कि पिता राम बालक सिंह किसान हैं। मां मीना देवी भी पिता के साथ खेती करती है। थोड़ी सी जमीन है और इससे परिवार काखर्च निकाला मुश्किल हो जाता था। इंटर के बाद नीतू पढ़ाई के लिए कानपुर से प्रयागराज पहुंचीं। यहां इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 2018 में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से परास्नातक किया। 2020 से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुट गई।

नीतू देवी पीसीएस अधिकारी बनना चाहती हैं : नीतू देवी ने बताया कि उनकी बहन से पढ़ाई में काफी मदद की। कोविड काल के दौरान बच्चों को होम ट्यूशन देकर अपनी पढ़ाई और तैयारी कर खर्च निकाला। बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में पहले ही प्रयास में नीतू देवी ने दूसरा स्थान हासिल किया है। उनका कहना है कि वे पीसीएस अधिकारी बनना चाहती हैं।

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