Move to Jagran APP

Vande Bharat Metro: प्रयागराज से लखनऊ तक 10 कोच वाली वंदे भारत मेट्रो का होगा संचालन, इन जिलों को होगा लाभ

Vande Bharat Metro संगम नगरी से ऊंचाहार व ऊंचाहार से लखनऊ के बीच वंदे भारत मेट्रो चलाने के लिए आधारभूत ढांचा विकसित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सबसे पहले ट्रैक दोहरीकरण का कार्य पूरा किया जाएगा। लखनऊ रूट पर प्रयागराज फाफामऊ से ऊंचाहार होते हुए रायबरेली के रास्ते लखनऊ जाने के लिए अभी एक ही रेल ट्रैक है। लखनऊ से वाया ऊंचाहार-प्रयागराज तक 200 किमी रूट का दोहरीकरण होगा।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Tue, 08 Aug 2023 03:58 PM (IST)
Vande Bharat Metro: प्रयागराज से लखनऊ तक 10 कोच वाली वंदे भारत मेट्रो का होगा संचालन, इन जिलों को होगा लाभ
प्रयागराज से लखनऊ तक 10 कोच वाली वंदे भारत मेट्रो का होगा संचालन, इन जिलों जिलों को होगा लाभ

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : संगम नगरी से ऊंचाहार व ऊंचाहार से लखनऊ के बीच वंदे भारत मेट्रो चलाने के लिए आधारभूत ढांचा विकसित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सबसे पहले ट्रैक दोहरीकरण का कार्य पूरा किया जाएगा। लखनऊ रूट पर प्रयागराज फाफामऊ से ऊंचाहार होते हुए रायबरेली के रास्ते लखनऊ जाने के लिए अभी एक ही रेल ट्रैक है।

लखनऊ से वाया ऊंचाहार-प्रयागराज तक 200 किमी रूट का दोहरीकरण होगा। इसके लिए उत्तर रेलवे को 50 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है। प्रयागराज से ऊंचाहार तक वंदे भारत मेट्रो को चलाया जाएगा। जबकि ऊंचाहार से लखनऊ के लिए दूसरी वंदे भारत मेट्रो मिलेगी। इसके लिए लखनऊ से वाया ऊंचाहार के रूट का दोहरीकरण किया जा रहा है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 1599 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

दिसंबर में शुरू होगा कार्य

रूट दोहरीकरण के लिए प्राथमिक सर्वे पूरा हो चुका है और दिसंबर तक कार्य भी शुरू हो जाएगा। ऊंचाहार में एनटीपीसी परियोजना, लालगंज में माडर्न रेल कोच फैक्ट्री को भी फायदा पहुंचाने में यह रूट काफी मददगार होगा। अभी फाफामऊ रेलवे स्टेशन से लखनऊ रूट पर एक ही लाइन है। इससे इस रूट पर न तो ट्रेनों की संख्या बढ़ पा रही है और न ही उनकी स्पीड। दोहरीकरण पूरा होने से दोनों कार्य हो सकेंगे। फाफामऊ साइड से कार्य शुरू करने के लिए विकल्प तलाशा जा रहा है।

10 कोच की वंदे भारत मेट्रो का होगा संचालन

प्रयागराज-लखनऊ रूट पर 10 कोच वाली वंदे भारत मेट्रो चलेगी। 125-130 किमी की गति से चलने वाली यह ट्रेन प्रयागराज-प्रतापगढ़, प्रयाग-काशी, प्रयागराज से फतेहपुर, प्रयागराज से ऊंचाहार आदि रूट पर चलेगी। इन शहरों की दूरी मिनटों में बदल जाएगी।

प्रतिदिन यात्रा करने वालों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस ट्रेन का खाका तैयार किया गया है। कम समय में लोग कार्यालय या जरूरी काम के लिए आ-जा सकेंगे और ट्रैफिक में फंसने की समस्या भी नहीं होगी। यह 100 किमी की दूरी वाले शहर को जोड़ने के लिए चलाई जाएगी। तैयारी है कि एक घंटे से भी कम समय में दो शहरों के बीच की दूरी तय हो जाए।