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शौक बड़ी चीज है: कार के वीआइपी नंबर के लिए प्रयागराज में एक-एक लाख रुपये तक लगी बोली

वीआइपी नंबर के लिए संभागीय परिवहन विभाग में 448 लोगों ने आवेदन किया है। इसमें 0002 और 1111 नंबर के लिए एक-एक लाख रुपये की बोली लगी है। इसके साथ कुछ अन्य वीआइपी नंबर के लिए एक हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक लोगों ने जमा कर दिए हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Updated: Thu, 16 Jun 2022 08:40 AM (IST)
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वीआइपी नंबर के लिए संभागीय परिवहन विभाग में 448 लोगों ने आवेदन किया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अपनी गाड़ी के लिए वीआइपी नंबर पाने के लिए लोग हजारों ही नहीं, लाखों रुपये खर्च करने के लिए तैयार हैं। यानी सब पैसे का खेल है। इसके बावजूद उन्हें मनचाहा नंबर नहीं मिल रहा है। वाहनों के वीआइपी नंबर के लिए संभागीय परिवहन विभाग में 448 लोगों ने आवेदन किया है। इसमें 0002 और 1111 नंबर के लिए एक-एक लाख रुपये की बोली लगाई गई है। इसके साथ ही कुछ अन्य वीआइपी नंबर के लिए एक हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक लोगों ने जमा कर दिए हैं।

आनलाइन होती वीआइपी नंबर की नीलामी

वीआइपी नंबरों के अलाटमेंट के लिए विभाग की ओर से आनलाइन नीलामी की जाती है। इसके लिए परिवहन विभाग में पहले आवेदन कराया जाता है। इसके लिए एक हजार रुपए शुल्क लिया जाता है। इसके माध्यम से पंजीयन किया जाता है और नंबर सुरक्षित रखे जाते हैं। इसके बाद वांछित व्यक्ति जो नंबर चाहता है उसके हिसाब से नीलामी की न्यूनतम रकम तय करते हैं। फिर नंबर मिल जाता है। वीआइपी नंबरों के चलते विभाग के राजस्व में बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं आगे आने वाली सीरीज के लिए भी लोग अभी से आवेदन करने लगे हैं।

रजिस्ट्रेशन के बाद नंबरों के लिए लगती है बोली

वाहनों के वीआइपी नंबरों के लिए आनलाइन आवेदन करने के बाद बोली लगती है। इस बोली में जो गाड़ी मालिक अधिक बोली लगाता है। नंबर उसको मिल जाता है। एआरटीओ प्रशासन डा. सियाराम वर्मा ने बताया कि वाहनों में वीआइपी नंबर को लेकर क्रेज बढ़ गया है। इसके लिए बड़ी संख्या में आवेदन आते हैं। लोग वीआइपी वाहन नंबरों के लिए बोली लगाते हैं।

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