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करछना में युवक की हत्या, जाम लगाने पर बरसाई लाठियां Prayagraj News

इस मामले में प्रधान के खिलाफ मुकदमा न दर्ज करने पर स्वजनों ने शनिवार शाम शव को मीरजापुर-प्रयागराज हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Sat, 08 Aug 2020 10:31 PM (IST)
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करछना में युवक की हत्या, जाम लगाने पर बरसाई लाठियां Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जिले के करछना थाना क्षेत्र के टकटैया गांव में आम रास्ते पर जानवर बांधने के विरोध पर पड़ोस के लोगों ने शुक्रवार रात दो सगे भाइयों पर जानलेवा हमला कर दिया। लोहे की राड और धारदार हथियार से सिर पर प्रहार कर दोनों भाइयों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। यही नहीं चाकू से भी हमला किया गया। दोनों भाइयों को मरणासन्न हालत में छोड़कर आरोपित फरार हो गए। घर के लोग दोनों को एसआरएन हास्पिटल ले गए, जहां छोटे भाई को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रधान के खिलाफ मुकदमा न दर्ज करने पर मीरजापुर-प्रयागराज हाईवे पर चक्‍काजाम

दूसरी ओर इस मामले में प्रधान के खिलाफ मुकदमा न दर्ज करने पर स्वजनों ने शनिवार शाम शव को मीरजापुर-प्रयागराज हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया। पुलिस ने पहले लोगों को समझाने की कोशिश की मगर बाद में लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस लाठीचार्ज में मृतक के पिता समेत लगभग एक दर्जन ग्रामीण घायल हो गए। बाद में पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अंत्येष्टि करा दी।

 रास्‍ते में जानवर बांधने को लेकर हुआ था विवाद

घटना शुक्रवार रात करीब नौ बजे की हैं। टकटैया गांव के भगवत गुप्ता अपने पशुओं को गांव के आम रास्ते पर बांधते थे। इससे आवागमन में पड़ोसियों को दिक्कत होती थी। इसको लेकर पड़ोसी बाबादीन पटेल के लड़के संजय कुमार और अनिल कुमार कई बार रास्ते पर जानवर बांधने का विरोध कर चुके थे। इसकी शिकायत भी पुलिस से किया था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच तनाव की स्थिति पहले से चली आ रही थी। शुक्रवार को रात नौ बजे के दौरान दोनों परिवार के बच्चों के बीच किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गई। आरोप है कि भगवत गुप्ता, उसकी पत्नी, उसका लड़का ओम प्रकाश और उसकी बेटी शांति देवी ने अपने घर से लोहे की राड चाकू व धारदार हथियार से बाबादीन के सात पुत्रों में दूसरे नंबर के संजय कुमार पटेल (28) व पांचवें नंबर के बेटे अनिल कुमार पटेल (22) के सिर पर लोहे की राड से कई बार वार कर दिया। इससे दोनों भाइयों का सिर फट गया। इसके बाद भी महिलाओं व पुरुषों ने घायल हालत में जमीन पर पड़े दोनों भाइयों पर चाकू से वार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। दोनों को मरा समझकर आरोपित फरार हो गए। दोनों घायलों की चीख पुकार सुनकर उनके स्वजन और गांव के लोग इकट्ठा हो गए।

अस्‍पताल ले जाते समय हुई मौत

ग्रामीणों की मदद से स्वजन दोनों भाइयों को अस्पताल ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही छोटे भाई अनिल कुमार की मौत हो गई। अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके बड़े भाई संजय कुमार को गंभीर हालत में एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना पर पहुंचे इंस्पेक्टर करछना सुरेंद्र वर्मा ने चार आरोपितों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया। मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने भगवत गुप्ता, उसके बेटे ओम प्रकाश, भगवत की पत्नी व उसकी बेटी शांति देवी के खिलाफ के हत्या तथा जानलेवा हमला करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीओ करछना आशुतोष तिवारी ने बताया कि मारपीट करने वालों में तीन आरोपितों को पुलिस पकड़कर पूछताछ कर रही है।

पुलिस लाठीचार्ज से मच गई अफरा-तफरी

पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव को लेकर घर जा रहे थे कि प्रयागराज-मीरजापुर मार्ग पर बेदौं गांव के सामने जाम लगा दिया। शव को सड़क पर रखकर जाम लगाने पर कुछ ही देर में वाहनों की लंबी कतार लग गई। काफी संख्या में लोग जुट गए। कई थानों की पुलिस भी पहुंच गई। जाम लगा रहे स्वजन का आरोप था कि हत्या में गांव के प्रधान का भी हाथ है। प्रधान के उकसाने पर ही अनिल की हत्या की गई है। स्वजनों की मांग थी कि प्रधान के खिलाफ भी पुलिस मुकदमा दर्ज करे। पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की मगर वे प्रधान के खिलाफ कार्रवाई पर अड़े रहे। कुछ ही देर बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। पुलिस की लाठी से मृतक के पिता समेत एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए।

पुलिस ने ही करा दिया अंतिम संस्कार

जाम लगा रहे लोगों पर लाठियां बरसाकर उन्हें भगा दिया। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और फिर पास ही स्थित डीहा गांव में गंगा किनारे अंत्येष्टि करा दिया। उधर, गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।

एसपी यमुनापार पर बोले, प्रधान पर लगे आरोप की होगी जांच

 एसपी यमुनापार चक्रेश मिश्रा ने बताया कि रास्ता जाम नहीं किया गया था। अंतिम संस्कार के दौरान भीड़ अधिक हो गई थी, जिसे पुलिस ने हटाया था। लाठीचार्ज नहीं किया गया। ग्राम प्रधान का चुनाव आने वाला है, इसलिए कुछ लोग प्रधान पर आरोप लगा रहे हैं। जो तहरीर मृतक के स्वजनों ने दी थी उसी आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी की गई है। प्रधान पर लगे आरोप की जांच कराई जाएगी।

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