जिले में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए खर्च होंगे 1.91 करोड़ रुपये, 4.3 लाख उपभोक्ताओं को होगा फायदा
अंबेडकरनगर में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए 1.91 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस योजना से 4.3 लाख उपभोक्ताओं को फायदा होगा। विद्युत विभाग द्वारा क्रियान्वित इस योजना में बिजली के तारों और उपकरणों का नवीनीकरण किया जाएगा, जिससे बिजली कटौती की समस्या कम होगी।

निर्बाध बिजली अपूर्ति पर खर्च होंगे 1.91 करोड़ रुपये।
संवाद सूत्र, अंबेडकरनगर। निर्वाध बिजली आपूर्ति एवं बिजली चोरी पर रोक लगाने के लिए मध्यांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा माइक्रो बिजनेस प्लान वर्ष 2025-26 योजना के अंतर्गत एक करोड़ 91 लाख खर्चे से अकबरपुर, टांडा, जलालपुर, आलापुर चारों सब-डिवीजन से जुड़े जिला मुख्यालय शहर समेत 41 विद्युत उपकेंद्र से 113 ग्रामीण व 33 शहरी फीडर से चार लाख 30 हजार उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति मिलेगी।
फीडर एवं वितरण ट्रांसफार्मर मरम्मत के साथ फॉल्ट मुक्त बिजली के लिए जर्जर 440 वोल्ट केबल बदली जाएंगे साथ बिजली चोरी रोकने के लिए वितरण एक हजार स्थान पर (वितरण बॉक्स) लगाया जाएगा। पुराने वितरण बॉक्सो की मरम्मत होगी।
टांडा बसखारी, रामनगर, मरैला, बेवाना, अशरफपुर बरवां, बैरामपुर बरवां, पैनल चार्जिंग बैटरी मरम्मत के साथ बदली जाएंगे। 11 केवी जहांगीरगंज फीडर लाइन में विभिन्न स्थानों पर 400 मीटर सिंगल केबल को डबल केबल बदली जाएगी।
केवी गोविन्द साहब लाइन में 200 मीटर सिंगल फेस डबल केबल लगाई जाएगी। जलालपुर के श्यामपुर, अलऊपुर, पैकौली ,जेठहस, ग्राम फरीदपुर, विश्वनाथपुर अखतरा नारायणपुर, शेखौलिया, सुजावलपुर, 16 केवीए ट्रांसफार्मर के स्थान पर 25 केवीए नया ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा। गोवर्धनपुर में 63 केवीए ट्रांसफार्मर से क्षमता वृद्धि कर 100 केवीए ट्रांसफार्मर क्षमता वृद्धि होगी।
इन स्थानों पर गर्मी के मौसम में ओवरलोड ट्रांसफार्मर की वजह से लो वोल्टेज तथा लोकल फाल्ट की समस्या से उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति नहीं मिल पा रही थी।
जनप्रतिनती तथा उपभोक्ताओं की शिकायत के बाद निदेशालय ने क्षमता वृद्धि के लिए प्रस्ताव शक्ति भवन लखनऊ कार्यालय भेजा गया। निगम के अफसर का कहना है कि जनवरी तक सभी कार्य की स्वीकृति होगी। उसके बाद कर प्रारंभ किया जाएगा।
हजार वितरण बॉक्स, सिंगल फेस तथा डबल फेस केवल लगाए जाएंगे। फीडर पैनल की मरम्मत होगी, कुछ स्थानों पर फीडर बैटरी भी लगे जाएंगे। प्रस्ताव निदेशालय भेजा गया है स्वीकृति मिलने के बाद कार्य प्रारंभ होगा। -अनुभव कुमार, अधीक्षण अभियंता।

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