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Ambedkar Nagar Chunav Result: बसपा के गढ़ को भेदने में नाकामयाब रही भाजपा, अंदरूनी गुटबाजी से खाई मात; जानें क्यों मिली हार!

Ambedkar Nagar Lok Sabha Chunav Result 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बसपा छोड़कर आए सांसद रितेश पांडेय पर शीर्ष नेतृत्व ने तो पूरा भरोसा दिखाया लेकिन स्थानीय नेताओं व दावेदारों को यह रास नहीं आया था। हालांकि रितेश के प्रत्याशी घोषित होने के बाद सभी ने दबे मन से भले ही स्वागत कर साथ का भरोसा दिलाया यह सिर्फ दिखावे तक ही सीमित रह गया। यहां संगठन और...

By Abhishek Malviya Edited By: Riya Pandey Updated: Tue, 04 Jun 2024 05:03 PM (IST)
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अबंडेकरनगर के लोगों को रास नहीं आए बसपा के बागी सांसद रितेश पांडेय को

जागरण संवाददाता, अंबेडकरनगर। बसपा के गढ़ को भेदने की कोशिश में भाजपा को कामयाबी नहीं मिल सकी है। लोकसभा चुनाव के पहले तक पूरे दमखम के साथ रण में उतरी भाजपा पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी से उबरने में नाकाम रही। यही कारण रहा कि मजबूत संगठन की संरचना यहां काम नहीं आ सकी।

लोकसभा चुनाव से पहले बसपा छोड़कर आए सांसद रितेश पांडेय पर शीर्ष नेतृत्व ने तो पूरा भरोसा दिखाया, लेकिन स्थानीय नेताओं व दावेदारों को यह रास नहीं आया था। हालांकि रितेश के प्रत्याशी घोषित होने के बाद सभी ने दबे मन से भले ही स्वागत कर साथ का भरोसा दिलाया, यह सिर्फ दिखावे तक ही सीमित रह गया। यहां संगठन और प्रत्याशी दो अलग-अगल खेमे के रूप में दिखे।

चुनाव प्रचार-प्रसार का पूरा जिम्मा रितेश की टीम पर ही दिखा। भाजपा के जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी भी बड़े नेताओं की जनसभाओं में चेहरा दिखाने तक सीमित रहे। यही कारण रहा कि भाजपा अपने मजबूत संगठन के बाद भी चुनाव में पिछड़ती चली गई।

काम नहीं आया दूसरे दलों से जातिगत नेताओं को तोड़ना

लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने सपा के बड़े नेताओं को पार्टी में शामिल कराया। भााजपा का पूरा फोकस जातिगत समीकरण को साधने की ओर रहा। इसमें पिछड़ा वर्ग के बड़े नेताओं को जिले से लेकर लखनऊ तक पार्टी में शामिल कराया, लेकिन इसका लाभ भी चुनाव में भाजपा को नहीं मिल सका है।

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