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कटेहरी सीट पर द‍िलचस्‍प हुआ मुकाबला! भाजपा ने द‍िग्‍गज नेता पर लगाया दांव; जानें कौन हैं धर्मराज न‍िषाद?

कटेहरी विधानसभा सीट से पूर्व कैबिनेट मंत्री धर्मराज निषाद को भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया है। सपा ने यहां सांसद लालजी वर्मा की पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शोभावती वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष का पद छोड़ कर आए अमित वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है। भाजपा से धर्मराज निषाद के प्रत्याशी घोषित होने के बाद अब उप चुनाव रोचक होने की संभावना है।

By Vinay Saxena Edited By: Vinay Saxena Updated: Thu, 24 Oct 2024 01:11 PM (IST)
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भाजपा ने धर्मराज निषाद को कटेहरी से बनाया प्रत्याशी।- फाइल फोटो
जागरण, संवाददाता, अंबेडकरनगर। कटेहरी विधानसभा सीट (katehari vidhan sabha seat) से पूर्व कैबिनेट मंत्री धर्मराज निषाद को भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया है। यह उनकी परंपरागत सीट है। विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है। नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए दो दिन का समय शेष है।

सपा ने यहां सांसद लालजी वर्मा की पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शोभावती वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष का पद छोड़ कर आए अमित वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है। सपा व बसपा के उम्मीदवारों ने दो सेटों में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। भाजपा प्रत्याशी ने अभी नामांकन पत्र नहीं खरीदा है।

भाजपा से धर्मराज निषाद के प्रत्याशी घोषित होने के बाद अब उप चुनाव रोचक होने की संभावना है। वह तीन बार कटेहरी से विधायक रह चुके हैं। सभी चुनाव उन्होंने बसपा के टिकट पर लड़ा था। धर्मराज निषाद की गिनती बसपा के कद्दावर नेताओं में होती थी। वर्ष 2018 में वह बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। वर्ष 2022 में भाजपा ने उन्हें अकबरपुर विधानसभा में प्रत्याशी बनाया था, लेकिन चुनाव में उन्हें सपा के रामअचल राजभर से हार का सामना करना पड़ा था।

राजनीतिक सफर

धर्मराज निषाद ने राजनीतिक सफर बसपा से शुरू किया था। वर्ष 1996 में पहली बार बसपा के टिकट पर कटेहरी विधानसभा से चुनाव लड़ा और भाजपा के कदद्दावर नेता पूर्व मंत्री अनिल तिवारी को छह हजार से ज्यादा मतों से पराजित किया था। वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने दोबारा इन्हें कटेहरी से प्रत्याशी बनाया था।चुनाव में उन्होंने सपा के पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय को हराया था। लगातार दो बार चुनाव जीतकर वह बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के करीबी बन गए।

वर्ष 2007 में लगातार तीसरी बार बसपा के टिकट पर कटेहरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। बसपा सरकार ने इन्हें अपनी कैबिनेट में मत्स्य विभाग का मंत्री बनाया था। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में वह बसपा अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर जौनपुर जिले के शाहगंज से चुनाव लड़ा, लेकिन सपा के ललई यादव से इन्हें हार का सामना करना पड़ा।

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में वह अयोध्या जिले की गोसाईगंज सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। चुनाव में भाजपा के इन्द्र प्रताप तिवारी खब्बू से हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2018 में वह बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए और अपनी पुरानी सीट कटेहरी में अपनी जमीन तलाश रहे थे। इस सीट पर निषाद वोटों की संख्या अच्छी है। साथ ही अन्य जातियों में इनकी पकड़ अच्छी है।

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