प्रेमी ने ही की थी छात्रा निधि गौतम की हत्या, एक महीने बाद मिला था शव; पूछताछ में सामने आई वजह
अंबेडकरनगर के राजेसुल्तानपुर में पिछले साल 29 दिसंबर को छात्रा निधि गौतम की हत्या कर शव को पोखरे में फेंक दिया गया था। छात्रा की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके प्रेमी ने ही थी। साक्ष्य छुपाने के लिए अपने घर से थोड़ी दूर एक तालाब में उसके शरीर में एक पत्थर का टुकड़ा बांधकर फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
संवाद सूत्र, राजेसुल्तानपुर। समडीह गांव में गत वर्ष 29 दिसंबर को हुई छात्रा निधि गौतम की हत्या उसके प्रेमी ने की थी। साक्ष्य छुपाने के लिए अपने घर से थोड़ी दूर एक तालाब में उसके शरीर में एक पत्थर का टुकड़ा बांधकर फेंक दिया था। एक माह बाद 29 जनवरी को उसका शव पोखरे से बरामद हुआ था। पुलिस घटना में नामजद सात आरोपितों को गिरफ्तार जेल भेज चुकी है।
पुलिस ने घटना में जो चार्जशीट फाइल की है उसमें घटना के मुख्य आरोपित दुर्गेश कुमार ने अपनी प्रेमिका छात्रा निधि गौतम की हत्या अपने दोस्त संदीप पाल के साथ मिलकर भवनाथपुर स्थित बाग में किया था। पुलिस को दिए गए बयान में हत्यारोपित दुर्गेश ने अपना जुर्म कबूल किया है। उसने बताया कि निधि का घर उसके घर के पास में ही था। एक वर्ष पहले से उससे बातचीत और मुलाकात होती थी। घटना से माह भर पहले से उसे शक हुआ कि छात्रा किसी और लड़के से बातचीत करने लगी है, जिससे वह काफी गुस्से एवं तनाव में था।
28 दिसंबर को उसने अपने दोस्त गौरव के द्वारा निधि को बुलाकर उसकी हत्या करने की नीयत से गोविंद साहब मेला लेकर गया था, लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिल सकी थी। अगले दिन 29 दिसंबर की रात उसने छात्रा को स्वयं मिलने के बहाने बुलाया। उसे एक चोरी की बाइक पर बैठाकर भवनाथपुर स्थित अपने दोस्त संदीप पाल के बाग में पहुंचा।
यहां दुर्गेश और संदीप पाल ने छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और मारा-पीटा, जब वह बेहोश होकर गिर गई तो उसे मरा समझ कर शव को ठिकाने लगाने के लिए उसे घटनास्थल से एक किलोमीटर दूर पकरडीहा गांव के एक तालाब में फेंक देने की नीयत से ले आया था। साक्ष्य छुपाने के लिए उसने थोड़ी दूर पर स्थित जोगी प्रजापति के राइस मिल पर रखा एक पत्थर का टुकड़ा लाने की योजना बनाई। मदद के लिए उसने अपने एक अन्य दोस्त नितेश निषाद को अपनी बहन के मोबाइल से फोन कर घटना स्थल पर बुलाया। यहां तीनों ने मिलकर दुपट्टे से छात्रा के दोनों हाथ-पैर बांध दिया, फिर के कमर में पत्थर बांधकर उसे गहरे पानी में फेंक दिया था। दुर्गेश ने पुलिस को बताया कि वह नहीं जानता था कि कभी उसके इस कृत्य का पता किसी को हो पाएगा।
बढ़ाई गई दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट की धारा
शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट न होने से विसरा सुरक्षित कर जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया था। विसरा रिपोर्ट में नाबालिग निधि गौतम के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने का सच सामने आया। न्यायालय के आदेश पर मुकदमे में दुष्कर्म व पाक्सो एक्ट की धारा बढ़ाते हुए साक्ष्य छुपाने में मदद करने वाले जमानत पर रिहा चल रहे राहुल उर्फ पंकज एवं अर्चना सिंह को पुनः जेल भेज दिया है। विवेचक सीओ सिटी देवेंद्र मौर्य ने बताया कि मुकदमे में चार्जशीट फाइल कर दी गई है।बुलडोजर कार्रवाई की मांग
मृतका के पिता अनिल कुमार ने मुख्यमंत्री समेत अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र देकर बताया कि बिटिया की हत्या के बाद परिवार मानसिक रूप से काफी परेशान है। मृतका की मां मानसिक अवसाद से ग्रस्त हो गई हैं, इलाज लखनऊ में चल रहा है। उन्होंने मांग की कि मुख्य आरोपित दुर्गेश कुमार के मकान पर बुलडोजर चला कर ध्वस्त किया जाना न्यायहित में आवश्यक है।
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