UP Crime: दो घंटे की दुल्हन ने पूर्व विधायक से किया सुहाग का सौदा, करोड़ों की जमीन हड़पने के लिए रचा बड़ा षड्यंत्र
UP Crime उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर (Ambedkar Nagar) जिले में षड्यंत्र से जुड़ा एक पेचीदा मामला सामने आया है। जिले के नासिरपुर बरवा में लालच षड्यंत्र और संदेहजनक से जुड़ी एक मौत हैं तो वहीं दूसरी ओर न्याय के लिए लड़तीं तीन महिलाओं का संघर्ष है। दरअसल मां और बहनों का आरोप है कि यह दुर्घटना कराई गई थी।
By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Sun, 05 Nov 2023 10:05 AM (IST)
अभिषेक मालवीय, अंबेडकर नगर। यह घटना किसी फिल्मी पटकथा जैसी लगेगी, लेकिन है असली। यहां एक तरफ लालच, षड्यंत्र और संदेहजनक मौत है तो दूसरी तरफ न्याय के लिए लड़तीं तीन महिलाओं का संघर्ष। कहानी ने शुक्रवार को उस समय रोचक मोड़ ले लिया जब करोड़ों रुपये की जमीन हड़पने की साजिश में पूर्व विधायक पवन पांडेय को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया।
मामले में पवन पांडेय सहित 12 लोग आरोपित हैं। पूरी कहानी जानने के लिए तीन वर्ष पीछे जाना पड़ेगा, जब 23 अक्टूबर, 2020 को उप्र के अंबेडकरनगर जिले के नासिरपुर बरवा निवासी अजय सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। खास बात यह कि मौत से दो घंटे पहले ही अजय की शादी नीतू सिंह से हुई थी। अजय अपने चालक मानू तिवारी को छोड़ने न्यौतरिया गए थे, जहां हादसा हो गया।
जब मां को लगी षड्यंत्र की भनक
मां और बहनों का आरोप है कि दुर्घटना कराई गई तथा नीतू ने शादी करके पूर्व विधायक और उनके करीबियों से अपने सुहाग का सौदा कर लिया। अजय की मौत के बाद षड्यंत्रकारियों ने इकरारनामा दिखाकर भूमि खरीदने का दावा किया, तो मां चंपा देवी, बहन किरन व विनीता को षड्यंत्र की भनक लगी।यह भी पढ़ें- UP News: कान्हा का अंगना, हेमा या कंगना; एक्ट्रेस के बयान से फिर गरमाया सियासी माहौल, ‘श्री कृष्ण’ बोले- नो कमेंट
उन्होंने तहरीर दी, लेकिन मुकदमा नहीं दर्ज हुआ। कार्रवाई न होने पर वे तत्कालीन जिलाधिकारी सैमुअल पाल से मिलीं। उनके निर्देश पर पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा ने डेढ़ वर्ष बाद मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस से न्याय न मिलता देख मां और बहनों ने हाई कोर्ट की शरण ली तो 31 जनवरी, 2022 को जांच एसटीएफ लखनऊ को सौंपी गई। 19 नवंबर, 2022 को एसटीएफ ने नीतू सिंह को गिरफ्तार किया। आजमगढ़ के अतरौलिया इटायल भवानीपुर की रहने वाली नीतू अंबेडकरनगर जिला कारागार में बंद है।
अजय की मौत के बाद जमीन नीतू के नाम होनी थी
दरअसल, नीतू ने 23 अक्टूबर, 2020 को शादी करने से दो दिन पहले ही नगर पालिका में अजय सिंह की पत्नी के रूप में परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज कराने का प्रार्थना पत्र दिया था। आर्य समाज मंदिर सफेदाबाद, बाराबंकी का फर्जी विवाह प्रमाण पत्र भी दाखिल किया, जिसमें अकबरपुर के अभिषेक तिवारी व लखनऊ के अमरेश यादव की झूठी गवाही पर नगर पालिका अकबरपुर के सर्वे अधिकारी जयराम यादव व अजय तिवारी की मदद से नीतू का नाम अजय की पत्नी के रूप में दर्ज करा दिया गया। अजय की मौत के बाद पूरी जमीन नीतू के नाम आनी थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।