Amethi News: अमेठी में पहले भी हो चुके है जघन्य हत्याकांड, शिक्षक और उसके परिवार की हत्या ने ताजा की यादें
अमेठी में तीन जनवरी 2017 को बाजारशुकुल के महोना पश्चिम कस्बा में एक ही परिवार के 10 सदस्यों की गला रेतकर हत्या कर दी गई। जबकि गृहस्वामी का शव फांसी पर झूलता मिला था। वर्ष 2010 में 12 अक्टूबर की रात मूर्ति विसर्जन यात्रा निकाली गई थी। विसर्जन यात्रा में डीजे की धुन पर देवी भक्त थिरक रहे थे वहीं सगरा तिराहा स्थित मकान में खूनी तांडव चल रहा था।
जागरण संवाददाता, अमेठी। शिवरतनगंज के अहोरवा भवानी चौराहा पर शिक्षक, उसकी पत्नी व दो बच्चों की सरेशाम हत्या ने बाजारशुकुल, अमेठी व गुंगवांछ में हुए हत्याकांड की यादें ताजा कर दिया है। बाजारशुकुल में एक ही परिवार के 10 सदस्यों की गला रेत दिया गया था, जबकि गृहस्वामी का फांसी के फंदे से शव लटकता मिला था, तो वहीं अमेठी शहर में पति, पत्नी व तीन मासूम बच्चों को मौत के घाट उतार दिया था। अमेठी के ही गुंगवांछ में जमीनी विवाद को लेकर एक ही परिवार के चार सदस्यों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
तीन मासूम बच्चों के साथ पति-पत्नी हो चुकी है हत्या
अमेठी शहर में वर्ष 2010 में 12 अक्टूबर की रात मूर्ति विसर्जन यात्रा निकाली गई थी। विसर्जन यात्रा में डीजे की धुन पर देवी भक्त थिरक रहे थे, तो वहीं सगरा तिराहा स्थित मकान में खूनी तांडव चल रहा था। सगरा निवासी अजय अग्रहरि, पत्नी मंजू, दो बेटी और एक बेटा की पीटकर हत्या कर दी गई थी। घटना में भाई के ही हत्या करने का राजफाश पुलिस ने किया था।
एक ही परिवार के 10 सदस्यों को रेत दिया गया था गला
तीन जनवरी 2017 को बाजारशुकुल के महोना पश्चिम कस्बा में एक ही परिवार के 10 सदस्यों की गला रेतकर हत्या कर दी गई। जबकि गृहस्वामी का शव फांसी पर झूलता मिला था। मृतकों में गृहस्वामी जमालुद्दीन की दो वर्षीय पुत्री उजमा बानो, 18 वर्षीय पुत्री आफरीन बानो, आठ वर्षीय पुत्री मरियम बानो, पांच वर्षीय पुत्री सानिया बानो के साथ ही भाई शमसुद्दीन की 32 वर्षीय पत्नी हुसैन बानो, 17 वर्षीय पुत्री रूबीना बानो, नौ वर्षीय पुत्री तहसीन बानो व तीसरे भाई रईस की 35 वर्षीय पत्नी तबस्सुम बानो, उसकी छह वर्षीय पुत्री निगार फातिमा व सात वर्षीय पुत्री महक बानो के नाम शामिल है।जमीनी विवाद में चार लोगों की हुई थी निर्मम हत्या
अमेठी के गुंगवाछ के राजापुर कौहार में 16 मार्च 2022 को गांव निवासी संकठा प्रसाद के घर के पास ग्राम सभा की जमीन पड़ी थी। आरोप है कि इस पर गांव के ही रामदुलारे, बृजेश और अखिलेश जबरन कब्जा कर रहे थे। जब संकठा प्रसाद ने मना किया, तो कब्जा करने वाले लोगों ने उन पर और उसके परिवारजन पर हमला कर दिया। घटना में संकठा यादव, हनुमान यादव, अमरेश यादव और पार्वती यादव की मौत हो गई थी।
अखिलेश ने सरकार पर साधा निशाना, एक्स पर डाला घटना का वीडियो
सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए घटना स्थल का वीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि कोई है? कहीं है? नहीं चाहिए भाजपा।कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी पहुंचे
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने घटना स्थल पर पहुंच लोगों से जानकारी ली। घटना पर शोक व्यक्त करते हुए जल्द से जल्द हत्यारोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
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