अवध की हाईप्रोफाइल सीट पर गरमाई सियासत, गांधी परिवार का गढ़ रहे अमेठी में क्या है चुनावी माहौल; Ground Report
अवध की सबसे हाईप्रोफाइल सीटों में एक अमेठी का मिजाज बदला हुआ है। लंबे समय तक गांधी-नेहरु परिवार का गढ़ रही अमेठी की हवा पिछले कुछ वर्षों से बदली हुई है। पिछले चार दिनों में दो बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अमेठी आ चुके हैं। अमेठी के चुनावी रणभूमि में स्मृति के सामने इतिहास दोहराने के साथ नया अध्याय लिखने का मौका है। चुनावी परिदृश्य पर दिलीप सिंह की रिपोर्ट
Amethi Lok Sabha Seat Ground Report: अवध की सबसे हाईप्रोफाइल सीटों में एक अमेठी का मिजाज बदला हुआ है। लंबे समय तक गांधी-नेहरु परिवार का गढ़ रही अमेठी की हवा पिछले कुछ वर्षों से बदली हुई है। पिछले चार दिनों में दो बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अमेठी आ चुके हैं।
अमेठी के रण में वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा नेता स्मृति इरानी ने तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर कांग्रेस के सबसे मजबूत दुर्ग को ढहा दिया। नतीजा रहा कि इस बार राहुल गांधी ने सीट छोड़ दी और रायबरेली चले गए, जबकि इस सीट पर कांग्रेस ने कभी सोनिया-राहुल के प्रतिनिधि रहे किशोरी लाल शर्मा को स्मृति के मुकाबले मैदान में उतारा है।
अमेठी के चुनावी रणभूमि में स्मृति के सामने इतिहास दोहराने के साथ नया अध्याय लिखने का मौका है। मतदाताओं की चुप्पी व जातीय समीकरण आने वाली 20 मई को होने वाली वोटिंग में क्या गुल खिलाते हैं, इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। चुनावी परिदृश्य पर दिलीप सिंह की रिपोर्ट :
केंद्रीय मंत्री व भाजपा उम्मीदवार स्मृति इरानी के मुकाबले गांधी परिवार के करीबी व सोनिया गांधी के चाणक्य किशोरी लाल शर्मा का चुनावी मैदान में उतारने की कांग्रेस की रणनीति कितनी कारगर साबित होगी। इसका फैसला तो आने वाले चार जून को मतों की गिनती के बाद ही पता चलेगा, लेकिन अमेठी के चुनावी रणभूमि से राहुल गांधी के हटते ही अमेठी की राजनीतिक हवा पूरी तरह बदल गई है।
राहुल के मुकाबले में न आने से निराशा
केंद्रीय मंत्री व भाजपा उम्मीदवार स्मृति इरानी व कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच तीसरे मुकाबले की आस लगाए लोगों के हाथ निराशा लगी है। बदले हुए हालात में भाजपा व कांग्रेस की लड़ाई में बसपा यहां फंसी हुई दिख रही है। बसपा उम्मीदवार नन्हे सिंह चौहान अमेठी में अपनी पहचान बनाने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं।अमेठी की लड़ाई एक बार फिर भाजपा व कांग्रेस के बीच सीधी हो चली हैं। भाजपा के साथ योगी-मोदी सरकार की नीतियां व योजनाओं के लाभार्थियों की संख्या है तो कांग्रेस के साथ सपा के कार्यकर्ताओं का साथ। पिछले पांच साल में पांच बार आने वाले राहुल गांधी से पिछले दो आम चुनावों में सीधे दो-दो हाथ करने वाली स्मृति इरानी ने अमेठी के मेदन मवई गांव में अपना स्थाई ठिकाना बना लिया है।
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