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Amethi: राजनीति का अखाड़ा बना अमेठी का संजय गांधी अस्पताल, न्यायालय पर टिकी सबकी निगाहें; सुनवाई आज

Amethi News संजय गांधी अस्पताल में इलाज ठप होने से अमेठी सीएचसी में पिछले दो सप्ताह से प्रतिदिन 800-900 मरीज आ रहे हैं। रायबरेली के एम्स और जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 200-250 मरीज बढ़े हैं। इसका कारण राजनीति का अखाड़ा बन चुका संजय गांधी अस्पताल है। अस्पताल के निलंबन का मामला कोर्ट में भी है लेकिन कांग्रेस और भाजपा के नेता राजनीति चमकाने में लगे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Tue, 03 Oct 2023 07:55 AM (IST)
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राजनीति का अखाड़ा बना अमेठी का संजय गांधी अस्पताल, न्यायालय पर टिकी सबकी निगाहें; सुनवाई आज
दिलीप सिंह, अमेठी। संजय गांधी अस्पताल में इलाज ठप होने से अमेठी सीएचसी में पिछले दो सप्ताह से प्रतिदिन 800-900 मरीज आ रहे हैं। रायबरेली के एम्स और जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 200-250 मरीज बढ़े हैं। इसका कारण राजनीति का अखाड़ा बन चुका संजय गांधी अस्पताल है।

अस्पताल के निलंबन का मामला कोर्ट में भी है, लेकिन कांग्रेस और भाजपा के नेता राजनीति चमकाने में लगे हैं।कांग्रेस के कार्यकर्ता अस्पताल के निलंबित लाइसेंस को बहाल करने को लेकर धरना, प्रदर्शन के बाद मशाल जुलूस निकाल रहे हैं तो भाजपा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए मैदान में हैं।

1982 में स्थापित किया गया था ट्रस्ट

भाजपा जिलाध्यक्ष राम प्रसाद ने कहाकि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाकर ही दम लेंगे। संजय गांधी के नाम पर बने ट्रस्ट के 1982 में स्थापित अस्पताल में 35 वर्ष से अधिक की नौकरी कर चुके लोगों की उम्मीद टूट रही है।

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वेंटीलेटर, ब्लड बैंक, डायलिसिस, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, ब्लड जांच सुविधाओं से लैस अस्पताल में प्रतिदिन 500 से अधिक की ओपीडी थी और 100 से अधिक का इमरजेंसी में इलाज होता था, लेकिन अब ताला लगा है।

न्यायालय पर टिकी निगाहें, सुनवाई आज

संजय गांधी अस्पताल के निलंबित लाइसेंस के मामले में हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ में मंगलवार को सुनवाई है। अस्पताल के मैनेजर एडमिन सुरेश सिंह राजपूत ने कहा कि हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है। सीएमओ डा. अंशुमान सिंह ने कहा कि कोर्ट की ओर से जो भी अभिलेख मांगे गए थे। उसे भेजा गया है।

प्रकरण पर राजनीतिक तीर

अस्पताल प्रशासन की लापरवाही व गलती के कारण एक महिला की मौत हो जाती है। मृतका के परिवारजनों को सहारा देने और आरोपित पर कार्रवाई के बजाए अस्पताल का लाइसेंस निलंबित होने पर कांग्रेस, गांधी परिवार का मुनाफा बंद हो जाने पर आंसू बहा रही है।

स्मृति इरानी, सांसद व केंद्रीय मंत्री

स्मृतिजी को यह जानना चाहिए कि कोई भी ट्रस्ट मुनाफे में नहीं चलता है। संजय गांधी अस्पताल डेढ़ करोड़ सालाना घाटे पर चल रहा है। अब तक यह अस्पताल 4,583 मरीजों का इलाज मुफ्त कर चुका है। दवाई व भलाई के लिए अब कांग्रेस सड़कों पर है।- दीपक सिंह, पूर्व एमएलसी कांग्रेस

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यह है पूरा मामला

संजय गांधी अस्पताल में 14 सितंबर को दिव्या शुक्ला की मौत हो गई थी। उनका पथरी का आपरेशन किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की जांच में चिकित्सकों की लापरवाही उजागर हुई। 18 सितंबर को स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया।

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