Amethi News : बारिश में मनरेगा श्रमिकों की हाजिरी बनी गले की फांस, मांगा गया स्पष्टीकरण; कई पर गिर सकती है गाज
Amethi News in Hindi एक अक्टूबर को बीडीओ ने क्षेत्र की बाहरपुर ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव राकेश सरोज को नोटिस भेजते हुए दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।आरोप है कि उनके द्वारा 27 सितंबर को हो रही बारिश के दौरान 10 मजदूरों का मस्टररोल निकाल कर भ्रष्टाचार व सरकारी धन के दुरुपयोग की मनमानी की गई जो गलत है।
संवाद सूत्र, बाजारशुकुल (अमेठी) ग्राम पंचायतों में चल रहे मनरेगा कार्यों में खेल का राजफाश उस समय हो गया जब अधिकारियों के आदेश के बाद भी बारिश के दिनों में श्रमिकों की फर्जी हाजिरी लगा दी गई। उपायुक्त श्रम रोजगार ने जब इसका संज्ञान लिया तो विभाग में हड़कंप मच गया। इतना ही नहीं ऐसी ग्राम पंचायतों को चिन्हित कर बीडीओ ने ग्राम रोजगार सेवकों, पंचायत सहायकों और पंचायत सचिव को स्पष्टीकरण का नोटिस थमा दिया।
हाजिरी लगे बिना ही निकाल लिया वेतन
एक अक्टूबर को बीडीओ ने क्षेत्र की बाहरपुर ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव राकेश सरोज को नोटिस भेजते हुए दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।आरोप है कि उनके द्वारा 27 सितंबर को हो रही बारिश के दौरान 10 मजदूरों का मस्टररोल निकाल कर भ्रष्टाचार व सरकारी धन के दुरुपयोग की मनमानी की गई जो गलत है।इस दिन श्रमिकों की काम करते डाली गई फोटो से फोटो बनाकर डाली गई थी। मोहद्दीनपुर के रोजगार सेवक शिवकुमार द्वारा 34 मजदूरों की हाजिरी गलत ढंग से पुरानी फोटो से फोटो लेकर लगाई गई, जो जांच के दायरे में है। इंदरिया ग्राम पंचायत के ग्राम रोजगार सेवक उमाशंकर द्वारा 27 को 17 और 28 सितंबर को 15 श्रमिकों को काम करते दिखाया गया है।
कम से कम 30 श्रमिकों की लगाई ऑनलाइन हाजिरी
उच्चाधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि जब भारी बारिश से मिट्टी भारी हो जाती है तो श्रमिकों से काम लेना गलत है। इसी प्रकार फुंदनपुर में संबद्ध रोजगार सेवक अशोक कुमार व पंचायत सहायक नंदा देवी द्वारा आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए पुरानी फोटो से फोटो बनाकर 30 श्रमिकों की आनलाइन हाजिरी लगा दी।सरकारी आदेशों की परवाह किए बगैर उरेरमऊ ग्राम पंचायत ने भी मनरेगा में खेल करने का रिकार्ड तोड़ दिया। 27 और 28 सितंबर को जब झमाझम बारिश हो रही थी तो यहां संबद्ध रोजगार सेवक सुशील और ग्राम प्रधान के सगे भाई ने दो दिनों में 92 श्रमिकों की आनलाइन हाजिरी लगा दी। काम करते श्रमिकों की जो फोटो आनलाइन की उसमें कोई श्रमिक पहचान में भी नहीं आता। इससे पंचायत द्वारा मनरेगा में खेल करने का इरादा साफ दिखता है।
बीडीओ ने नोटिस जारी कर मांगा स्पष्टीकरण
बीडीओ ने एक अक्टूबर को उक्त ग्राम पंचायत के मस्टररोल निकालने वाले जिम्मेदार कर्मचारियों को नोटिस देकर दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।उन्होंने लिखा है कि बारिश में श्रमिकों की गलत तरीके से पुरानी फोटो से या फिर बार बार उन्हीं श्रमिकों की हाजिरी लगाने से मस्टररोल निकालने वाले और ग्राम पंचायतों के सरकारी धन की हेराफेरी का इरादा साफ जाहिर होता है।
बीडीओ अंजली सरोज ने कहाकि जिम्मेदारों को स्पष्टीकरण व नोटिस दी गई है। उनसे दो दिन में अपना जवाब देने को कहा गया था। अवकाश पर होने के कारण अभी तक मुझे स्पष्टीकरण नहीं मिला है। कार्यालय पहुंचते ही स्पष्टीकरण का अध्ययन कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि कारण स्पष्ट नहीं होता है तो मनरेगा एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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