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यूपी के इस जिले में हुई बुलडोजर कार्रवाई, कीमती सरकारी भूमि से हटाया गया अवैध कब्जा

उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में नायब तहसीलदार ने राजस्व अभिलेखों में खलिहान के खाते में दर्ज सड़क किनारे कीमती भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को हटवा दिया। उन्होंने बताया कि किए गए अवैध निर्माण को हटवा दिया गया है। किसी भी कीमत पर किसी को अवैध कब्जा नहीं करने दिया जाएगा। बता दें ग्राम प्रधान द्वारा इसे हटवाने का आदेश दिया गया था।

By Devendra Pratap Singh Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 21 Jul 2024 08:39 AM (IST)
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गौरा जामो के दूरामऊ गांव में अवैध निर्माण को हटाती जेसीबी व मौके पर उपस्थित नायब तहसीलदार : जागरण
जागरण संवाददाता, अमेठी। गौरीगंज नायब तहसीलदार ने गौरा जामो के ग्राम सभा दूरामऊ में राजस्व अभिलेखों में खलिहान के खाते में दर्ज सड़क किनारे कीमती भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को हटवा दिया। इस भूमि पर गांव के बशीर ने शौचालय निर्माण कर अवैध कब्जा कर लिया था।

ग्राम प्रधान द्वारा इसे हटवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था, जिसकाे संज्ञान में लेते हुए उपजिलाधिकारी दिग्विजय सिंह ने नायब तहसीलदार अनुश्री त्रिपाठी को अवैध कब्जा हटवाये जाने के लिए निर्देशित किया।

लेखपाल की हीलाहवाली को देखते हुए शनिवार को नायब तहसीलदार ने मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचकर अवैध निर्माण को जेसीबी की मदद से गिरवा दिया। उन्होंने बताया कि किए गए अवैध निर्माण को हटवा दिया गया है। किसी भी कीमत पर किसी को अवैध कब्जा नहीं करने दिया जाएगा।

हरकत में आया महकमा, खुद पहुंचे एसडीएम जागरण

जागरण, सिंहपुर (अमेठी)। शिवरतनगंज के विभिन्न गांवों में कई भूमि संबंधी विवाद महीनों से चल रहे हैं। जिनका निपटारा कर जमीनों पर अवैध कब्जों को खाली कराने में राजस्व एवं पुलिस की लचर प्रणाली को लेकर पीड़ितो में रोष है। भूमि संबंधी विवादों में पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवालों को लेकर दैनिक जागरण ने शनिवार के के अंक में भूमि पर अवैध कब्जे कराने के मामलों में खाकी पर उठ रहे सवाल शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसका असर रहा कि सुबह प्रशासन सक्रिय हो गया।

जिम्मेदार विवादित भूमि संबंधी विवादों का निपटारा करने में जुटे दिखे। कई भूमि संबंधी मामलों के निस्तारण में स्वयं एसडीएम अमित सिंह मौके पर पहुंचे।

केस एक

टिकरी के नारायनचक गांव निवासी सत्य नारायन लोध की पुस्तैनी जमीन पर तथ्यों को छिपाकर अवैध पट्टा हो गया था। पीड़ित की पैरवी पर एसडीएम ने अवैध पट्टे को निरस्त कर दिया था। लेकिन, पीड़ित को पुस्तैनी जमीन पर कब्जा नहीं मिल रहा था। आरोप था कि विपक्षी ने जमीन पर धान की रोपाई कर ली है। खबर प्रकाशित होने के बाद शनिवार को पुलिस एवं राजस्व की टीम मामले का निपटारा करने के लिए मौके पर पहुंची। कानूनगो मंजीत सिंह ने बताया कि वादी के मौके पर मौजूद न होने की वजह से निपटारा नहीं हो सका, जल्द ही मामले का निस्तारण कर दिया जायेगा।

केस दो

जैतपुर गांव निवासी माता प्रसाद यादव ने अपने खेतों की धारा 24 के तहत मेडबंदी करवाई थी। मेडबंदी के बाद जमीन पर अवैध कब्जेदार ने मेड तोड़ दी थी। पीड़ित ने मामले की शिकायत थाना दिवस में तहसीलदार से की थी। तहसीलदार से शिकायत के बाद भी हल्का दारोगा ने पीड़ित की मदद नहीं की। पीड़ित ने हल्का दारोगा के ऊपर रुपये मांगने का भी आरोप लगाया था। जिस पर राजस्व एवं पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर माता प्रसाद यादव के खेतों में दोबारा मेडबंदी करवाई। इस दौरान पीड़ित माता प्रसाद खुश नजर आए और उन्होंने जागरण का आभार व्यक्त किया।

केस तीन

खारा गांव निवासी निर्मला देवी के नाम मत्स्य पालन के लिए तालाब पट्टा है। पीड़िता की माने तालाब पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। शनिवार शाम चार बजे एसडीएम अमित सिंह ने तहसीलदार अभिषेक यादव एवं अन्य राजस्व कर्मियों समेत मौके पर पहुंचकर विवाद का निपटारा करने का प्रयास किया। उक्त भूमि संबंधी विवादों के अलावा अन्य भूमि विवादों के निपटारे के प्रयास में राजस्व एवं पुलिस की टीम जुटी दिखी। -नहीं हो सकी बात एसडीएम अमित सिंह से लगातार फोन पर बात करने का प्रयास किया गया। लेकिन, नंबर कवरेज क्षेत्र से बाहर बताने की वजह से बात नहीं हो सकी।

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