24 महीने में बनकर तैयार होगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे : CM योगी
जिले के अधिकारियों के साथ बैठक। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे। दोपहर दो बजे सीएम योगी सुल्तानपुर के लिए रवाना होंगे।
By Anurag GuptaEdited By: Updated: Fri, 21 Dec 2018 09:58 AM (IST)
अमेठी, जेएनएन।पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का स्थलीय निरीक्षण करने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 24 महीने में बनकर तैयार होगा। जमीन अधिग्रहण के लिये किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही निर्माण के दौरान जो सड़के खराब होंगी उनकी मरम्मत भी कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विमान बाजार शुकुल के भटमऊ गांव में दोपहर करीब 1:30 बजे पहुंचा। इस दौरान चारो ओर चाक चौबंद व्यवस्था दिखाई दी। गुलाब देकर सीएम का स्वागत किया गया। आला अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का जायजा लिया। इसके बाद सीएम योगी सुल्तानपुर के लिए रवाना हुए।
व्यवस्थाअों का लिया जायजा
उधर, सीएम के दौरे पर आने की सूचना से ही आला अधिकारियों के बीच हलचल मची है। सीएम के हेलीपैड पर सुरक्षा व्यवस्था का पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने जायजा भी लिया।
उधर, सीएम के दौरे पर आने की सूचना से ही आला अधिकारियों के बीच हलचल मची है। सीएम के हेलीपैड पर सुरक्षा व्यवस्था का पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने जायजा भी लिया।
तीन को प्रस्तावित था कार्यक्रम
इससे पहले मुख्यमंत्री को तीन दिसंबर को भटमऊ आना था। जिसको लेकर प्रशासनिक अमले में कई दिनों तक हलचल रही। हालांकि बाद में वह कार्यक्रम निरस्त हो गया। 354 किमी लंबा है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे354 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए लखनऊ और गाजीपुर जुड़ जाएंगे। यह एक्सप्रेस-वे 6 लेन चौड़ा होगा। जानकारी के मुताबिक भविष्य में इसके 8 लेन तक के विस्तारीकरण की भी योजना है। इस एक्सप्रेस-वे की अनुमानित लागत 23,349 करोड़ रुपये आंकी गई है। सिविल निर्माण कार्य की अनुमानित लागत 11,836 करोड़ रुपये (बिना जीएसटी के) बताई जा रही है। यूपी की जनता को इस एक्सप्रेस-वे से सबसे ज्यादा फायदा होगा, इसको क्रॉस करने वाले रास्तों पर 10 किमी दूरी तक के गांवों को एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए मुख्य मार्ग से जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे के रास्ते में यूपी के 9 जनपद आएंगे, लखनऊ से होते हुए यह एक्सप्रेस-वे बाराबंकी, अमेठी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़ और मऊ होते हुए गाजीपुर तक पहुंचेगा। इस एक्सप्रेस-वे को एक अलग लिंक रोड के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से भी जोड़ा जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर कुल सात रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाना है। इसके अलावा 7 बड़े और 112 छोटे पुलों का निर्माण भी किया जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 11 इंटरचेंज और सात टोल प्लाजा का निर्माण किया जाएगा। योजना के अनुसार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण 36 महीने यानी कि साल 2021 तक किया जाना है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।इससे पहले मुख्यमंत्री को तीन दिसंबर को भटमऊ आना था। जिसको लेकर प्रशासनिक अमले में कई दिनों तक हलचल रही। हालांकि बाद में वह कार्यक्रम निरस्त हो गया। 354 किमी लंबा है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे354 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए लखनऊ और गाजीपुर जुड़ जाएंगे। यह एक्सप्रेस-वे 6 लेन चौड़ा होगा। जानकारी के मुताबिक भविष्य में इसके 8 लेन तक के विस्तारीकरण की भी योजना है। इस एक्सप्रेस-वे की अनुमानित लागत 23,349 करोड़ रुपये आंकी गई है। सिविल निर्माण कार्य की अनुमानित लागत 11,836 करोड़ रुपये (बिना जीएसटी के) बताई जा रही है। यूपी की जनता को इस एक्सप्रेस-वे से सबसे ज्यादा फायदा होगा, इसको क्रॉस करने वाले रास्तों पर 10 किमी दूरी तक के गांवों को एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए मुख्य मार्ग से जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे के रास्ते में यूपी के 9 जनपद आएंगे, लखनऊ से होते हुए यह एक्सप्रेस-वे बाराबंकी, अमेठी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़ और मऊ होते हुए गाजीपुर तक पहुंचेगा। इस एक्सप्रेस-वे को एक अलग लिंक रोड के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से भी जोड़ा जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर कुल सात रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाना है। इसके अलावा 7 बड़े और 112 छोटे पुलों का निर्माण भी किया जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 11 इंटरचेंज और सात टोल प्लाजा का निर्माण किया जाएगा। योजना के अनुसार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण 36 महीने यानी कि साल 2021 तक किया जाना है।