जुदा हुए आरिफ और सारस: कभी घायल होने पर घर में दी थी पनाह, अब ले गए वन अधिकारी, अखिलेश ने किया ट्वीट
वन विभाग के अधिकारियों द्वारा जंगली पक्षी को ले जाने के बाद उत्तर प्रदेश में एक हारवेस्टर ऑपरेटर और एक सारस क्रेन के बीच एक अनोखी दोस्ती आखिरकार खत्म हो गई। डीएफओ अमेठी देव नाथ शाह ने कहा कि सारस वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित है।
By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Wed, 22 Mar 2023 09:12 AM (IST)
गौरीगंज, (अमेठी), जागरण संवाददाता। राज्य पक्षी सारस के साथ दोस्ती की वजह से चर्चा में आए मंडखा निवासी मो. आरिफ का साथ आखिरकार उनके दोस्त से छूट गया। मंगलवार को वन विभाग की टीम ने अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार ले जाकर संरक्षित कर दिया।
सारस के साथ दोस्ती के बाद चर्चा में आए थे मंडखा के आरिफ
कुछ दिन पहले मंडखा निवासी आरिफ इंटरनेट मीडिया पर तब चर्चा में आ गए, जब एक सारस पक्षी के साथ उनकी तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगे। प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर की मीडिया तक उनका इंटरव्यू लिया। इतना ही नहीं कुछ दिन पूर्व अमेठी आए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मंडखा जाकर मो. आरिफ से मुलाकात की थी। जिसके बाद सारस और आरिफ की दोस्ती सुर्खियों में आ गई।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक यूपी से मांगी थी सारस समसपुर पक्षी विहार में छोड़ने की अनुमति
इसी बीच प्रभागीय वनाधिकारी अमेठी डीएन सिंह ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर सारस को उसके प्राकृतिक वास समसपुर पक्षी विहार में छोड़े जाने की अनुमति मांगी थी। जिस पर अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी ने प्रभागीय वनाधिकारी को सारस को सुरक्षात्मक उपाय के साथ समसपुर पक्षी विहार छोड़ने की अनुमति दे दी। सारस को पशुचिकित्सक के साथ एसडीओ रामवीर मिश्र व क्षेत्रीय वनाधिकारी ने पक्षी विहार में छोड़ दिया। डीएफओ ने बताया कि सारस को सुरक्षात्मक उपाय के साथ उसके प्राकृतिक वास स्थल पर छोड़ दिया गया है। पूरे मामले की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर सारस को समसपुर पक्षी विहार ले जाकर संरक्षित कर दिया। जिसके बाद आरिफ के समर्थन में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि वन विभाग की टीम उत्तर प्रदेश के राजकीय पक्षी सारस को तो स्वतंत्र करने के नाम पर उसकी सेवा करने वाले से दूर ले गयी, देखना ये है कि राष्ट्रीय पक्षी मोर को दाना खिलाने वालों से स्वतंत्र करने के लिए क्या कार्रवाई की जाती है।
इंटरनेट मीडिया पर भी लोग आरिफ के समर्थन में उतरेआरिफ से सारस की बिछड़ने की खबर मंगलवार शाम तक हर तरफ फैल गई। आरिफ के तमाम फालोअर्स हो गए है जानकारी होते हो लोग वन विभाग पर टिप्पणी करने लगे। आरिफ ने अपने इंस्टाग्राम पर सारस को ले जाते हुए वीडियो में रोते नजर आए। जिसके बाद उनके फालोअर्स में काफी आक्रोश है। लोग वन विभाग को कोस रहे हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।