गांव-गांव में बनेंगे समूह, महिलाएं स्थापित करेंगी डेयरी
सांसद की पहल पर जिले में अमूल सहकारिता क्रांति लाएगा। पशुपालन के जरिए केंद्रीय मंत्री का महिलाओं की आमदनी बढ़ाने पर जोर है।
By JagranEdited By: Updated: Sun, 21 Mar 2021 11:10 PM (IST)
अमेठी : गुजरात में सहकारिता के सोपान गढ़ कर वहां की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली संस्था अमूल अब जिले में भी आधी आबादी को रोजगार से जोड़ेगी। केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी की पहल पर जिले के प्रत्येक गांव में सहकारिता के जरिए अमूल से जोड़ने की कोशिश की जाएगी। योजना को लेकर कवायद शुरू हो गई है और जल्द ही इसे अमलीजामा पहनाया जाएगा।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें स्वरोजगार की योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। इसी के तहत सांसद स्मृति ईरानी ने गुजरात में सहकारिता आंदोलन की पर्याय मानी जाने वाली अमूल संस्था के जरिए अमेठी में दुग्ध क्रांति लाने की कार्य योजना तैयार की है। इसके अनुसार अमूल संस्था यहां गांव-गांव में महिलाओं के समूह तैयार करेगी, फिर उन्हें पशुपालन से जोड़कर उनकी आमदनी बढ़ाई जाएगी। यह संस्था जिले में कार्य करेगी। समूह गठन व डेयरी शुरू होने के साथ ही अमूल अमेठी में प्लांट भी स्थापित करेगा, जिससे पशु पालन से जुड़ने वाले लोगों को भविष्य में भी दूध बेचने में किसी तरह की समस्या न हो। जिले में चार हजार से ज्यादा समूह : वर्तमान में जिले में 4000 से ज्यादा स्वयं सहायता समूह संचालित हैं। इनमें से 2856 स्वयं सहायता समूह पंजीकृत हो चुके हैं। इन समूहों से 25 हजार से ज्यादा महिलाएं जुड़ी हुई हैं।
बनाई जा रही है योजना : केंद्रीय मंत्री के प्रतिनिधि विजय गुप्ता ने बताया कि अमेठी के सर्वांगीण विकास के लिए सांसद स्मृति ईरानी प्रतिबद्ध हैं। अमूल के माध्यम से वह अपनी अमेठी की बहनों व माताओं की आमदनी बढ़ाना चाहती हैं। इसके लिए पूरी कार्ययोजना बनाई जा रही है। जल्द ही इस पर काम शुरू होने की उम्मीद है। पशु पालन से गांव-गांव में खुशहाली लाने का प्रयास हो रहा है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।