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'चार महीने से बंद है प्लांट' इतना सुनते ही भड़कीं IAS निशा अनंत; DPRO को दिया बस दो दिन का समय

जिलाधिकारी निशा अनंत एवं पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह बायोगैस प्लांट खारा का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अखिलेश कुमार ने बताया कि बायोगैस प्लांट चार महीने से बंद पड़ा है। जिस पर डीएम का पारा चढ़ गया। डीएम ने डीपीआरओ पर नाराजगी जाहिर करते हुए कड़ी फटकार लगाते हुए कहा काम नहीं करते केवल पानी की तरह पैसा बहा रहे हो।

By Devendra Pratap Singh Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sat, 03 Aug 2024 04:36 PM (IST)
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बायोगैस प्लांट निरीक्षण के दौरान डीपीआरओ से जानकारी लेती डीएम निशा अनंत व एसपी अनूप कुमार सिंह : जागरण
जागरण संवाददाता, सिंहपुर, (अमेठी)। जिलाधिकारी निशा अनंत एवं पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने शनिवार सुबह गोआश्रय केंद्र व बायोगैस प्लांट खारा का निरीक्षण किया। डीएम के निरीक्षण में 42 लाख की लागत से गोआश्रय स्थल के बगल में बना बायोगैस प्लांट बंद मिला। जिस पर डीएम ने डीपीआरओ पर नाराजगी जाहिर करते हुए कड़ी फटकार लगाते हुए कहा काम नहीं करते, केवल पानी की तरह पैसा बहा रहे हो। दो दिनों के अंदर बायोगैस प्लांट से गैस एवं विद्युत आपूर्ति शुरू कराने के निर्देश दिए।

सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर डीएम का काफिला गोआश्रय केंद्र खारा पहुंचा। जहां गोआश्रय स्थल के मवेशियों के स्वास्थ्य, टीन शेड, पानी के हौदे, परिसर, भूसा व पशु आहार भंडारण कक्ष एवं अभिलेखों के रखरखाव का जायजा लिया। गोआश्रय स्थल के निरीक्षण के बाद डीएम और एसपी बायोगैस प्लांट पहुंचे।

बायोगैस प्लांट पर तैनात प्राइवेट आपरेटर अंकित यादव से बायोगैस संयंत्र के चलने के संबंध में जानकारी ली। जिस पर वह सही जवाब नहीं दे सके। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अखिलेश कुमार ने बताया कि बायोगैस प्लांट चार महीने से बंद पड़ा है। जिस पर डीएम का पारा चढ़ गया।

उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए डीपीआरओ को फटकार लगाते हुए कहा दो दिनों के अंदर बायोगैस संयंत्र चालू न हुआ तो एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। निरीक्षण के दौरान डीपीआरओ मनोज कुमार त्यागी, सीवीओ डा.पीएन शुक्ला, एडीओ पंचायत हरिशंकर सिंह, डा. लवकुश नाग आदि मौजूद रहे।

42 लाख की लागत से बना है 30 किलोवाट का संयंत्र 

खारा गांव में लगा 30 किलोवाट का बायोगैस संयंत्र 42 लाख की लागत से बना है। लखनऊ की एक कंपनी के द्वारा इस संयंत्र को बनाने में एक साल से अधिक का समय लगा है। खारा गांव में लगा बायोगैस संयंत्र जिले का पहला संयंत्र है। इस संयंत्र के द्वारा गोआश्रय व 100 ग्रामीणों को विद्युत आपूर्ति करने की योजना है।

अतिरिक्त टीन शेड एवं छायादार पौधे लगाने के दिए निर्देश

डीएम ने पांच बीघे में फैले गो आश्रय स्थल में पशुओं के लिए अतिरिक्त टीनशेड निर्माण करवाने के निर्देश दिए। टीन शेड से बाहर धूप में टहल रहे मवेशियों को देखकर उन्होंने गोआश्रय परिसर में दो नए टीन शेड का निर्माण करवाने के लिए एडीओ पंचायत एवं ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को निर्देशित करते हुए कहा कि परिसर में जानवरों को धूप से बचाने के लिए छायादार पौधे लगवाए जाएं।

गोवंश के बच्चों के टीन शेड में बैरिकेडिंग जरूरी

डीएम ने कहा कि गोवंशों के बच्चों को अलग टीनशेड में रखा जाए। इसके लिए टीनशेड को बैरीकेट किया जाए, जिससे गोवंशों के बच्चे बड़े गोवंशों की चपेट में आकर घायल न हों।

मृत गोवंशों के आंकड़े से असंतुष्ट दिखी डीएम

डीएम ने पशु चिकित्साधिकारी से गो आश्रय केंद्र की शुरुआत के वर्ष के साथ ही अब तक मृत गोवंशों की संख्या पूछी। डा. लवकुश नाग के द्वारा 2019 से अब तक मात्र 28 जानवरों की मृत्यु का ब्यौरा एवं अधूरा रजिस्टर दिखाने पर डीएम ने पशु चिकित्सक के ऊपर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए रजिस्टर का रिकार्ड सही कराने का निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दिया।

अभिलेखों के रख रखाव को लेकर दिए निर्देश

डीएम ने गो आश्रय केंद्र के पशु आहार, हरा चारा, हेयर टैग, पशुओं की संख्या, मृत गोवंशों की संख्या आदि से संबंधित रजिस्टरों के रख रखाव को लेकर निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्टाक रूम में रखी पशु आहार की बोरियों की गिनती करवाकर रजिस्टर से मिलान किया।

हरा चारा- भूसा आदि की उपलब्धता से संतुष्ट दिखी डीएम

गोशाला में हरा चारा, भूसा, एवं पशु आहार, केयर टेकर आदि की उपलब्धता देखकर डीएम संतुष्ट नजर आई। उन्होंने गोशाला की व्यवस्था और अच्छी बनाने के निर्देश दिए।

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