चिकित्सक की लापरवाही से हुई मासूम की मौत, मुकदमा दर्ज
अमेठी राधेश्याम सत्यप्रकाश अस्पताल में एक सात वर्षीय मासूम की मौत के मामले में सीएमओ की ओर से
By JagranEdited By: Updated: Sat, 11 Jun 2022 11:25 PM (IST)
अमेठी: राधेश्याम सत्यप्रकाश अस्पताल में एक सात वर्षीय मासूम की मौत के मामले में सीएमओ की ओर से गठित की गई जांच टीम को इलाज में चिकित्सक की लापरवाही उजागर हुई है।
रिपोर्ट में बालरोग विशेषज्ञ को रेफर न करने पर सवाल उठाया गया है। पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर पर चिकित्सक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। जगदीशपुर थाने के कपूरीपुर निवासी जय बहादुर सिंह के सात वर्षीय बेटे युवराज सिंह की 17 मई को तबीयत खराब हो गई थी। सीएचसी के चिकित्सक ने दवा देने के बाद आराम न मिलने की स्थिति में दूसरी जगह दिखाने की सलाह दी थी। देर रात वह अपने बेटे को लेकर राधेश्याम सत्यप्रकाश हास्पिटल पहुंचे। जहां चिकित्सक ने इलाज शुरू किया। इलाज के दौरान अस्पताल में मासूम की मौत हो गई थी। मौत के बाद परिवारजन ने अस्पताल में हंगामा किया था।
::पुलिस ने सूचना दर्ज कर कराया पोस्टमार्टम::
हंगामे के बाद पुलिस ने उसी रात शव को कब्जे में लिया था। मौत की सूचना जीडी पर दर्जकर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया था। पुलिस ने प्रकरण की जांच कराने के लिए सीएमओ को पत्र लिखा था। पुलिस की रिपोर्ट के बाद सीएमओ ने जांच टीम गठित की थी। बाल रोग विशेषज्ञ को करना
सीएसओ डा. सीमा मेहरा ने मासूम के मौत की जांच के लिए डा. अहमद कमाल अजीजी, सीएचसी प्रभारी प्रदीप तिवारी सहित तीन चिकित्सकों की टीम बनाई। टीम ने सीएमओ को प्रेषित रिपोर्ट में कहा है कि इलाज करने के बजाए चिकित्सक को मासूम युवराज को बालरोग विशेषज्ञ के पास रेफर करना था। यह न करके चिकित्सक राधेश्याम ने इलाज में लापरवाही बरती है। एसओ बोले थानाध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने कहा कि उन्हें जो रिपोर्ट मिली है, उसमें यह साफ है कि बालरोग विशेषज्ञ को मरीज को रेफर करना था। चिकित्सक की ओर से इलाज में लापरवाही बरती गई है। चिकित्सक राधेश्याम के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।