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UP News: वायरल बुखार की चपेट में आ रहे लोग, जिला अस्पताल में पैरासिटामॉल की खपत बढ़ी

अमेठी में वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। जिला अस्पताल में हर दिन 10 से 12 हजार पैरासिटामाल की गोलियों की खपत हो रही है। अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवाओं का भंडारण किया गया है। मरीजों को निशुल्क जांच और दवा वितरित की जा रही है। काउंटर पर लंबी कतार लगने से लोगों को पर्ची कटाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

By Pawan Kumar Yadav Edited By: Aysha Sheikh Updated: Tue, 27 Aug 2024 05:03 PM (IST)
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अमेठी में वायरल बुखार की चपेट में आ रहे लोग।
जागरण संवाददाता, अमेठी। झमाझम बारिश होने से मौसम का मिजाज रोजाना बदल रहा है। इससे प्रतिदिन वायरल बुखार, डायरिया के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा होने से जिला अस्पताल में हर दिन 10 से 12 हजार पैरासिटामाल के गोली की खपत हो रही है। वायरल बुखार के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाओं का भंडारण किया गया है।

स्वास्थ्य परीक्षण कराने के लिए मंगलवार को सुबह नौ बजे से बड़ी संख्या में लोग जिला अस्पताल पहुंचे। देखते ही देखते बड़ी संख्या में भीड़ अस्पताल में जुट गई। पंजीकरण काउंटर पर लंबी कतार लगने से लोगों को पर्ची कटाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

जिला अस्पताल के आकड़ों पर गौर करें तो मंगलवार को कुल 1078 नए मरीजों ने विशेषज्ञ चिकित्सकों को ओपीडी में दिखाने के लिए पंजीकरण कराया था। जबकि 541 पुराने मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इनमें 515 लोग वायरल बुखार से पीड़ित मिले। जबकि खांसी जुकाम के 337, लूज मोशन के 75 व डिहाइड्रेशन के 17 मरीज मिले।

विशेषक चिकित्सकों ने मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर अस्पताल से निश्शुल्क जांच व दवा वितरित कराई। अस्पताल प्रशासन की माने तो वायरल ब़ुखार, खांसी-जुकाम में मरीजों में इजाफा होने से हर दिन 10 से 12 हजार पैरासिटामाल गोली की खपत हो रही है।

एमडी मेडिसिन डा.अमित यादव ने बताया कि बारिश में मौसम ठंडा हो जाता है और धूप खुलने पर गर्मी का एहसास होता है। साथ ही बारिश में पीने का पानी दूषित होने की संभावना अधिक रहती है। मौसम में हो रहे उतार चढ़ाव का असर लोगों की सेहत पर देखने को मिल रहा है।

प्रतिदिन बड़ी संख्या में बुखार, उल्टी-दस्त व अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीज इलाज कराने पहुंच रहे है। बारिश के समय कम बोर वाले हैंडपंप का पानी उबाल कर उसे ठंडा करने के बाद पीने की सलाह दी। चिकित्साधिकारी डा.पीके पांडेय ने कहा कि बदलते मौसम में सभी लोग सावधानी बरते। दूषित जल व भोजन करने से बचे।

पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है दवा

गर्मी को देखते हुए अस्पताल में दवाओं का भंडारण पर्याप्त मात्रा में कर लिया गया है। वर्तमान में एक लाख 20 हजार पैरासिटामाल की गाेली, खांसी-जुकाम, डायरिया, पेटदर्द व अन्य बीमारियों की दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। सभी को अस्पताल से निश्शुल्क जांच की सुविधा व दवा वितरित कराई रही है। - डा.बद्री प्रसाद अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल

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