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चुनावी रंजिश में पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या, पुलिस के राजफाश पर विश्वास नहीं कर रहे लोग

पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या के बाद से ही आइजी जोन डॉ. संजीव कुमार समेत पुलिस के आलाधिकारी जामो थाना में कैंप किए हुए हैं। बरौलिया गांव में पीएसी व पुलिस बल तैनात है।

By Umesh TiwariEdited By: Updated: Tue, 28 May 2019 11:30 AM (IST)
चुनावी रंजिश में पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या, पुलिस के राजफाश पर विश्वास नहीं कर रहे लोग
अमेठी, जेएनएन। भाजपा के दिवंगत नेता व नवनिर्वाचित सांसद स्मृति इरानी के बेहद करीबी रहे सुरेंद्र सिंह निधन के चौथे दिन मंगलवार को भी बरौलिया गांव शोक में डूबा रहा। हर चेहरा गमगीन और उम्मीदों के कत्ल से भविष्य को लेकर आशंकित नजर आया। दिवंगत प्रधान के घर आज भी श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। अमेठी में जीत के बाद भी भाजपा अपने कार्यकर्ता के निधन पर जगह-जगह शोक सभा का आयोजन कर रही है। लोगों में पुलिस की कार्यशैली को लेकर गुस्सा भी दिखा। लोग पुलिस के राजफाश पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं।

अस्थि कलश बुधवार को संगम में होगा विसर्जित

दिवंगत पूर्व प्रधान के अस्थि कलश का विसर्जन बुधवार को प्रयागराज में संगम में होगा। बुधवार दोपहर बाद परिवार के लोग और भाजपा नेता अस्थि कलश को लेकर प्रयागराज को रवाना होंगे। कार्यक्रम में स्मृति ईरानी की ओर से उनके प्रतिनिधि विजय गुप्ता हिस्सा लेंगे।

बरौलिया गांव में पीएसी व पुलिस बल तैनात

पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या के बाद से ही आइजी जोन डॉ. संजीव कुमार समेत पुलिस के आलाधिकारी जिले के जामो थाना में कैंप किए हुए हैं। वहीं, बरौलिया गांव में पीएसी व पुलिस बल तैनात है। साथ ही, तीन आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की कई टीमें दो फरार आरोपितों की तलाश में जुटी हुई है।

खून से सना गमछा व मोबाइल फोन बरामद करने का दावा

सुरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने पांच नामजद आरोपितों में से तीन को गिरफ्तार करने व उनके पास से तमंचा, खून से सना गमछा व मोबाइल फोन बरामद करने का दावा किया है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि प्रधानी चुनाव की रंजिश में पूर्व प्रधान की हत्या की बात अब तक की जांच में सामने आई है। आगे की तस्वीर दोनों अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद साफ होगी। फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई है, जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी होगी। 

अपने आवास के बरामदे में सो रहे थे सुरेंद्र सिंह

शनिवार की देर रात साढ़े 11 बजे के करीब जामो थाना क्षेत्र के बरौलिया गांव के कमाल नगर स्थित अपने आवास के बरामदे में सो रहे सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के दूसरे दिन रविवार की शाम मृतक के बड़े भाई नरेंद्र ने घटना की नामजद तहरीर दी थी। सोमवार को जामो थाना मुख्यालय पर पुलिस अधीक्षक ने पूर्व प्रधान हत्याकांड जुड़े मामले की ब्रीफिंग करते हुए बताया कि उनमें से तीन धर्मराज, रामचंद्र बीडीसी व नसीम को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है, जबकि ग्रामीणों का दावा है कि यह तीनों रविवार से ही पुलिस की हिरासत में हैं। इन्हें घटना के तुरंत बाद पुलिस द्वारा उठाया गया था। तहरीर में वसीम व गोलू को गोली मारकर भागते हुए देखे जाने की बात कही गई है। ये दोनों अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है।

पुलिस घटना से जुड़े हर सुराग पर काम कर रही

एसपी ने कहा कि दोनों के मिलने के बाद घटना की सही वजह सामने आएगी। पुलिस घटना से जुड़े हर सुराग पर काम कर रही है। आम चुनाव के ठीक पहले दिवंगत पूर्व प्रधान के पुत्र अभय व रामचंद्र के बीच हुए विवाद की भी पड़ताल की जा रही है। दिवंगत पूर्व प्रधान व पकड़े गए आरोपितों के बीच पहले भी विवाद हो चुका है, जिसका मामला थाने में दर्ज है। वहीं, जब जामो पुलिस से संपर्क किया गया तो उसने किसी भी पुराने मामले के दर्ज होने की बात से इनकार किया।

भाई  ने कहा- कोई विवाद की जानकारी नहीं

दिवंगत पूर्व प्रधान के भाई व मामले में वादी नरेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें किसी ऐसे विवाद की जानकारी नहीं है, जो पुलिस में दर्ज हो। खुलासे के बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार करने की बात बताई है। पकड़े गए आरोपितों ने हत्या की क्या वजह बताई, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है और न ही पुलिस ने उन्हें कुछ बताया है।

बेटे अभय को मिली सुरक्षा, गांव में पीएसी व पुलिस का पहरा

सांसद स्मृति ईरानी के करीबियों में शुमार रहे बरौलिया के पूर्व ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या के बाद उनके इकलौते पुत्र अभय को सुरक्षा मुहैया कराई गई है। साथ ही, घर के बाहर व गांव में पुलिस व पीएसी के जवान तैनात हैं।

सुरेंद्र की याद में लगेगी मूर्ति

बरौलिया में स्थित अर्द्धनारीश्वर मंदिर के करीब जहां शनिवार की देर शाम पूर्व प्रधान को गोली मारी गई थी, उसी के करीब उनकी मूर्ति स्थापित करने का फैसला नव निर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी ने लिया है। स्मृति के पीआरओ विजय गुप्ता कहते हैं कि बरौलिया गांव के लिए सुरेंद्र ने जो किया है उसकी याद हमेशा सभी के जेहन में ताजा रहेगी। जल्द ही सुरेंद्र की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

स्मृति ने घर से श्मशान तक पूर्व प्रधान की अर्थी को दिया था कंधा

सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या की सूचना मिलने पर नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व मंत्री मोहसिन रजा समेत कई बड़े भाजपा नेता पूर्व प्रधान के घर पहुंचे और परिवार के लोगों को ढांढस बंधाया था। स्मृति ने कहा था कि परिवार की पूरी जिम्मेदारी अब हमारी है। यह मेरी लड़ाई है, मैं इसे तब तक लडूंगी जब तक हत्यारों को फांसी नहीं मिल जाएगी। जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट तक जाऊंगी। उन्होंने कहा था कि जिसकी वजह से हत्या हुई है वह अब कभी अमेठी नहीं आ पाएगा। लखनऊ में पोस्टमॉर्टम के बाद शव गांव पहुंचा तो अंतिम यात्रा में स्मृति ने घर से श्मशान तक पूर्व प्रधान की अर्थी को कंधा दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए 12 घंटे के अंदर हत्यारों की गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं।

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