Move to Jagran APP

UP Crime: अमरोहा में झोलाछाप डॉक्टर ने महिला का किया ऑपरेशन, हालत गंभीर; अस्पताल संचालक फरार

यूपी के अमरोहा में एक झोलाछाप डॉक्टर ने एक महिला का 10 दिन पहले पथरी का ऑपरेशन किया लेकिन खून बहना अभी भी बंद नहीं हुआ। महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है। उसे मेरठ के लिए रेफर किया गया है। उधर पीड़ित महिला के परिजनों ने चिकित्सा अधीक्षक से झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि नर्सिंग होम संचालक फरार है।

By Jagran News Edited By: Sakshi Gupta Updated: Mon, 18 Nov 2024 07:05 PM (IST)
Hero Image
झोलाछाप डॉक्टर वारदात के बाद से फरार हो गया है। (प्रतीकात्मक तस्वीर) जागरण।
 जागरण संवाददाता, हसनपुर (अमरोहा)। जिले के हसनपुर तहसील क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की करतूतों से मरीजों की जान संकट में पड़ रही है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन करने के बाद महिला की हालत बिगड़ गई और उसे मेरठ रेफर किया गया।

पीड़ित महिला के पति ने अब झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। चिकित्सा अधीक्षक ने भी जांच कर कार्रवाई की बात का आश्वासन दिया है।

10 दिन पहले पथरी का हुआ था ऑपरेशन

यह घटना हसनपुर के गांव रखेड़ा निवासी दुलीचंद की पत्नी राजेंद्री के साथ हुई। दुलीचंद ने अपनी पत्नी को पित्त की थैली में पथरी का इलाज कराने के लिए करीब 10 दिन पहले हसनपुर स्थित रहरा मार्ग पर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। आरोप है कि इस अस्पताल में काम करने वाले झोलाछाप डॉक्टर ने बिना किसी उचित चिकित्सकीय जांच के महिला का ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के बाद महिला के पेट से खून बहना बंद नहीं हुआ, जिसके बाद उसे मेरठ रेफर किया गया।

इसे भी पढ़ें- UP Crime: सड़क किनारे सड़ी-गली अवस्था में मिला युवक का शव, आठ दिनों से लापता था

परिजनों को बिना बताए रेफर किया मेरठ

आरोप यह भी है कि महिला के परिवार को बिना बताए उसे दो घंटे के लिए मेरठ भेज दिया गया। बाद में परिवार को इस बात का पता चला और वे भी मेरठ पहुंचे। महिला के पति दुलीचंद ने बताया कि मेरठ में नौ दिन इलाज करने के बाद भी पत्नी की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। दुलीचंद ने इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की।

अस्पताल संचालक मौके से हुआ फरार

मामले की जानकारी मिलने के बाद चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धुर्वेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ संबंधित अस्पताल पहुंचे, लेकिन अस्पताल में न तो कोई स्टाफ मौजूद था और न ही वहां कोई चिकित्सकीय सामग्री बची थी। अस्पताल संचालक का कोई पता नहीं चला।

चिकित्सा अधीक्षक ने कार्रवाई की कही बात

डॉ. धुर्वेंद्र सिंह ने कहा कि वे अस्पताल संचालक के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं और मामले की गहन जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

यह घटना स्थानीय लोगों के लिए भी चौंकाने वाली है, क्योंकि हसनपुर और आसपास के इलाकों में ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो बिना किसी प्रमाणपत्र के लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं।

इसे भी पढ़ें- मेरठ में मसाज पार्लर में चल रहा था देह व्यापार, नौ महिलाएं व सात पुरुष पकड़े; बैंक अधिकारी की बनाई थी अश्लील वीडियो

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।