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Amroha Lok Sabha Chunav Result 2024: अमरोहा सीट से भाजपा के कंवर सिंह तंवर ने 28670 वोटों से दर्ज की जीत

(Amroha Lok Sabha Chunav Result)नजदीकी मुकाबले के बीच आखिरकार पांच साल बाद अमरोहा में फिर कमल खिल गया। भाजपा प्रत्याशी और पूर्व सांसद चौधरी कंवर सिंह तंवर ने कांग्रेस प्रत्याशी कुंवर दानिश अली से ये सीट झटक ली। सुबह मतगणना शुरू होने के बाद से ही दोनों प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला होता नजर आया। अंत में भाजपा प्रत्याशी ने 28670 मतों शिकस्त दी।

By Abhishek Pandey Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 04 Jun 2024 11:26 AM (IST)
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अमरोहा सीट से भाजपा के कंवर सिंह तंवर ने दर्ज की जीत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। (Amroha Lok sabha Election Result)। नजदीकी मुकाबले के बीच आखिरकार पांच साल बाद अमरोहा में फिर कमल खिल गया। भाजपा प्रत्याशी और पूर्व सांसद चौधरी कंवर सिंह तंवर ने कांग्रेस प्रत्याशी कुंवर दानिश अली से ये सीट झटक ली। सुबह मतगणना शुरू होने के बाद से ही दोनों प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला होता नजर आया।

अंत में भाजपा प्रत्याशी ने 28670 मतों शिकस्त दी। मंगलवार सुबह सात बजे ही मंडी समिति में पुलिस व प्रशासन ने मतगणना की तैयारियां पूरी कर ली थी। प्रेक्षक व सभी 12 प्रत्याशियों की मौजूदगी में आठ बजते ही मतगणना शुरू हो गई। यहां अमरोहा, नौगावां, धनौरा व हसनपुर विधानसभा क्षेत्र में पड़े मतों की गिनती शुरू कराई गई जबकि, गढ़ विधानसभा क्षेत्र की मतगणना हापुड़ में हुई। शुरुआती चक्र में सपा से गठबंधन के साथ मैदान में उतरे कांग्रेस प्रत्याशी दानिश अली का पलड़ा भारी रहा।

अमरोहा विधानसभा क्षेत्र में दानिश को एकतरफा वोट मिले। इसके चलते अन्य विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त बनाने के बावजूद भाजपा प्रत्याशी उनके पीछे रहे। हालांकि बाद में हसनपुर, धनौरा व गढ़ विधानसभा क्षेत्र से तंवर को संजीवनी मिली। शाम लगभग साढ़े सात बजे चौधरी कंवर सिंह तंवर को 28670 मतों से विजयी घोषित कर दिया गया।

वर्ष 2014 के चुनाव में भी तंवर ने इसी सीट पर भाजपा से जीत हासिल की थी। इसके बाद पिछले चुनाव में सपा के गठबंधन से बसपा प्रत्याशी के रूप में उनके सामने कुंवर दानिश अली मैदान में उतरे थे। उस चुनाव में दानिश अली ने 60 हजार से अधिक मतों से तंवर को शिकस्त दी थी। इस चुनाव में जीत के साथ तंवर ने अपना हिसाब चुकता कर लिया।

महबूब की मेहनत भी नहीं दिला सकी जीत

पिछले चुनाव में बसपा प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे कुंवर दानिश अली को यहां शानदार जीत मिली थी। तब भी वह सपा के सहयोग से चुनाव लड़े थे। उस चुनाव में सिर्फ अमरोहा विधानसभा क्षेत्र से दानिश अली ने लगभग 90 हजार मतों से बढ़त बनाई थी। इस बार जब दानिश अली कांग्रेस की टिकट पर सपा के सहयोग से चुनावी मैदान में उतरे तो उन्हें लोगों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा। इसके बाद सदर विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री महबूब अली ने मोर्चा संभाला था। इसका प्रभाव यह रहा कि इस बार भी दानिश अली ने अमरोहा विधानसभा क्षेत्र में 74,484 मतों से भाजपा प्रत्याशी को पीछे छोड़ा। हालांकि, अन्य विधानसभा क्षेत्रों में मिली शिकस्त से उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

बता दें साल 1980 के बाद से किसी भी पार्टी के प्रत्याशी को लगातार दो बार इस लोकसभा सीट पर जीत नहीं मिली है। मुस्लिम बाहुल्य अमरोहा लोकसभा सीट (Amroha Lok Sabha Seat) पर कांग्रेस ने बसपा से बगावत कर पार्टी में शामिल हुए दानिश अली को टिकट देकर मैदान में उतारा था।

वहीं रालोद का साथ मिलने से बाद भाजपा ने कंवर सिंह तंवर पर फिर से दांव लगाया था। मायावती ने बसपा उम्मीदवार के रूप में मुजाहिद हुसैन को प्रत्याशी बनाया था। पार्टी सिंबल के साथ मैदान में उतरे प्रत्याशियों के साथ ही कुल 12 प्रत्याशियों ने लोकसभा चुनाव 2024 में भाग्य अजमाया था।

2019 में दानिश अली ने दर्ज की थी जीत (Amroha Lok Sabha Seat 2019 Result)

2019 में अमरोहा लोकसभा सीट (Amroha Lok Sabha Seat) पर 71 प्रतिशत मतदान हुआ था। कुल 1646435 मतदाताओं ने भाग लिया था। इस चुनाव में बसपा के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे कुंवर दानिश अली ने अपने निकतम प्रतिद्वंदी कंवर सिंह तंवर को 63248 वोटों से हराया था। भाजपा के कंवर सिंह तंवर (Kanwar Singh Tanwar) को 537834 वोट प्राप्त हुए थे।

अमरोहा लोकसभा सीट का इतिहास

अमरोहा लोकसभा सीट (Amroha Lok Sabha Seat) पहले मुरादाबाद का एक हिस्सा था। गंगा और कृष्णा यहां की प्रमुख नदियां हैं। यह बिजनौर जिले के उत्तर, मुरादाबाद जिले के पूर्व और मेरठ जिले, गाजियाबाद जिले और बुलंदशहर जिले के पश्चिम से घिरा हुआ है।

अमरोहा, वसुदेव मंदिर, तुलसी पार्क, रजाबपुर, कंखाथर और तिगरी आदि यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से हैं। अमरोहा में कृषि उत्पादों की मंडी होने के साथ-साथ वस्त्र, मिट्टी के बर्तन उद्योग और चीनी की मिलें हैं।

अमरोहा में महात्मा ज्योतिबा फुले विश्वविद्यालय बरेली से संबद्ध महाविद्यालयों के अलावा मुस्लिम पीर शेख़ सद्दू की दरगाह भी है। दिल्ली से अमरोहा की दूरी 184.5 किलोमीटर है। कई खिलाड़ियों ने भी अपने क्षेत्र का नाम बुलंद किया, जिसमें चेतन चौहान और मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) का नाम शामिल है। साहित्य के क्षेत्र जौन एलिया ने संसदीय क्षेत्र की ख्याति देश-विदेश तक पहुंचाई।

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