Amroha News : जांच में फंसे खनन कारोबारी, दूसरी जगह से किया जा रहा था खनन- इस तरह खुली पोल
वहीं रोज की तरह बुधवार को भी उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले तहसील सदर के सभी लेखपाल कलमबंद हड़ताल कर परिसर में धरने पर बैठ गए। यहां पर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने कहा कि लेखपालों का उत्पीड़न किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस अपनी मनमानी कर रही है।
जागरण संवाददाता, अमरोहा। डीएम निधि गुप्ता वत्स ने लेखपाल पर लगाए गए आरोपों व खनन के प्रकरण की जांच शुरू करा दी है। जिला खनन अधिकारी मनीष यादव ने बुधवार को उस खेत का मुआयना किया, जिससे खनन की अनुमति ली गई। खेत पूरी तरह समतल था। उससे कोई मिट्टी नहीं उठाई गई। इससे साफ हो गया है कि खनन कारोबारियों ने किसान के खेत की फर्द लगाकर अनुमति ली लेकिन, खनन किसी दूसरी जगह से किया।
नौगावां सादात थाने में खनन की ट्रैक्टर-ट्राली को सीज कराने के दौरान लेखपाल ने थाना प्रभारी निरीक्षक प्रेमपाल सिंह व हेड मोहर्रिर पर अभद्रता का आरोप लगाया था। तब से लेखपाल थानेदार को हटाने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। डीएम ने पूरे प्रकरण की जांच जिला खनन अधिकारी को दी है। खेत से खनन हो रहा था या कहीं और से, इसकी पड़ताल के लिए जिला खनन अधिकारी बुधवार को रजाकपुर गांव पहुंचे। यहां रहने वाले जिले सिंह के खेत के गाटा संख्या 233 की स्थिति देखी। खेत पूरी तरह समतल मिला।
पूछताछ में किसान ने बताया कि कोई खनन नहीं किया गया है। जबकि, इस गाटा संख्या से किसान ने खनन की अनुमति ली थी। उनकी इस पड़ताल में यह तस्वीर तो साफ हो गई है कि किसान और खनन कारोबारियों के बीच कुछ न कुछ तो है। जमीन उसकी दिखाकर खनन कहीं और से चल रहा था।
तहसीलदार लकी सिंह ने भी दावा किया था कि खनन से लदा ट्रैक्टर-ट्राली तहसील क्षेत्र के पास से पकड़ा था। खनन खेतापुर के जंगलों से होने की सूचना मिली थी। बहरहाल, अभी जांच जारी है। खनन अधिकारी ने उसके पूरा होने पर ही कुछ बताने की बात कही है।
थानेदार को हटाया जाए, तीसरे दिन भी धरने पर रहे लेखपाल
जागरण संवाददाता, अमरोहा: नौगावां सादात थानेदार को हटाने की मांग को लेकर चारों तहसीलों में चल रहा लेखपालों का धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। जिलाध्यक्ष सचिन यादव ने स्पष्ट कह दिया है कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी तब तक धरना समाप्त नहीं किया जाएगा।इसके अतिरिक्त तहसीलों में किसी भी तरह का काम लेखपाल नहीं करेंगे। इधर लगातार चल रही कलमबंद हड़ताल से तहसील में आने वाले फरियादी भी बेचैन है। आय व अन्य प्रमाण पत्र बनाने का कार्य बंद है।
रोज की तरह बुधवार को भी उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले तहसील सदर के सभी लेखपाल कलमबंद हड़ताल कर परिसर में धरने पर बैठ गए। यहां पर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने कहा कि लेखपालों का उत्पीड़न किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस अपनी मनमानी कर रही है। अधिकारी भी सही तरीके से बात नहीं कर रहे हैं। उनका यह व्यवहार मसले को सुलझाने का बिल्कुल नहीं है। जब तक मांग पूरी नहीं होगी तब तक धरना जारी रहेगा। इस दौरान दीपक कुमार, प्रशांत कुमार, प्रशांत यादव, पि्रंयाशु, अजय कुमार, गौरव कुमार, जितेन्द्र शर्मा, मुकेश कुमार, मोहित यादव, दीपक दिलवानिया आदि मौजूद रहे।
उधर नौगावां सादात तहसील परिसर में भी तीसरे दिन लेखपालों का धरना जारी रहा। लेखपाल संघ तहसील अध्यक्ष परवेज आलम ने भी आंदोलन को जारी रखने की बात कही। इस मौके पर सचिव मुकेश कुमार, पीतांबर सिंह, सोमपाल सिंह, चतरू सिंह, गौरव कुमार, हिमांशु यादव, अयूब अली, ओमपाल सिंह,अभिषेक गुर्जर, वीरेंद्र गोला, प्रीतम सिंह, सत्येंद्र सिंह सहित सभी लेखपाल मौजूद रहे।लेखपाल के खिलाफ भड़के किसान, टोल प्लाजा पर जाम लगाकर किया हंगामा
जागरण संवाददाता, अमरोहा: डीएम निधि गुप्ता वत्स को ज्ञापन देने के बाद भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के कार्यकर्ता राष्ट्रीय महासचिव चौधरी उम्मेद सिंह के नेतृत्व में टोल प्लाजा पर पहुंच गए। यहां पर हंगामा करते हुए दोपहर करीब एक बजे दिल्ली से मुरादाबाद जाने वाली साइड पर जाम लगा दिया। इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव का कहना था कि नौगावां सादात थाने में खड़ा कराया गया ट्रैक्टर-ट्राली को छोड़ा जाए और लेखपाल पीतांबर को निलंबित किया जाए। कहा, अवैध वसूली के लिए लेखपाल किसानों को परेशान करते हैं।
इधर, जाम की भनक लगते ही एसडीएम सदर सुधीर कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझा-बुझाकर करीब आधा घंटा बाद मार्ग खुलवा दिया। जाम खुलने के बाद वाहन चालकों ने राहत की सांस ली। इस दौरान किशनपाल सिंह, आदेश कुमार, हेमेंद्र चौधरी, राविंदर सिंह, योगेंद्र सिंह समेत तमाम किसान मौजूद रहे।
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