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UP News: फर्जी आय प्रमाण पत्र जारी करने में फंसे लेखपाल और सफाईकर्मी, कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज

आरोप है कि सरकारी सफाई कर्मचारी होते हुए भी रामनिवास ने हल्का लेखपाल सांठगांठ कर कम आय का प्रमाण पत्र जारी करा लिया। प्रमाण पत्र में केवल 80 हजार रुपये वार्षिक आय दिखाई गई है। जबकि आय का स्रोत मजदूरी दिखाया गया है।

By Asif AliEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Wed, 25 Oct 2023 03:34 PM (IST)
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लेखपाल और सफाईकर्मी पर एफआईआर दर्ज।- सांकेति‍क तस्‍वीर
जागरण संवाददाता, अमरोहा। सफाई कर्मी का कम आय का प्रमाण पत्र जारी करने में लेखपाल फंस गए हैं। सफाई कर्मी पर भी कार्रवाई का शिकंजा कसा गया है। दोनों के विरुद्ध देहात थाने में धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। अदालत के आदेश पर दर्ज हुई इस प्राथमिकी के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

यह मामला देहात थानाक्षेत्र के गांव सिरसा खुमार का है। यहां पर भूरे खां का परिवार रहता है। गांव निवासी रामनिवास सरकारी सफाई कर्मचारी है। वर्तमान में उसकी तैनाती गंगेश्वरी विकास खंड क्षेत्र के गांव उकवली मुस्तकम में है। रामनिवास को किसी काम के लिए आय प्रमाण पत्र की जरूरत थी। लिहाजा उसने हल्ला लेखपाल अजित सिंह से प्रमाण पत्र जारी करने के आवेदन किया।

सांठगांठ कर बनवाया फर्जी आय प्रमाण पत्र 

आरोप है कि सरकारी सफाई कर्मचारी होते हुए भी रामनिवास ने हल्का लेखपाल सांठगांठ कर कम आय का प्रमाण पत्र जारी करा लिया। प्रमाण पत्र में केवल 80 हजार रुपये वार्षिक आय दिखाई गई है। जबकि आय का स्रोत मजदूरी दिखाया गया है।

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मामला संज्ञान में आने पर भूरे खां ने इसकी शिकायत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से की थी। जिस पर रामनिवास व अजीत सिंह ने भविष्य में शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी। शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होने पर उसने अदालत की शरण ली थी। प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र पुंडीर ने बताया कि इस मामले में अदालत के आदेश पर रामनिवास व अजीत सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है। मामले की जांच की जा रही है।

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