Move to Jagran APP

Kartik Purnima 2022 पर अमरोहा के तिगरीधाम में उमड़ा आस्था का सैलाब, तस्वीरों में देखें गंगा स्नान

Kartik Purnima 2022 सभी तरह के कोविड प्रतिबंध हटने के बाद इस बार कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर अमरोहा के तिगरीधाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। एक ओर जहां गंगा तट गंगा मैया के जयघोष से गुंजायमान रहे। वहीं मठ-मंदिरों में पूरे दिन घंटे-घड़ि‍याल बजते रहे।

By Jagran NewsEdited By: Samanvay PandeyUpdated: Tue, 08 Nov 2022 09:51 AM (IST)
Hero Image
Kartik Purnima 2022 : अमरोहा के तिगरी धाम में गंगा स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालु। जागरण
जागरण संवाददाता, अमरोहा। Kartik Purnima 2022 : सभी तरह के कोविड प्रतिबंध हटने के बाद इस बार कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर अमरोहा के तिगरीधाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। एक ओर जहां गंगा तट गंगा मैया के जयघोष से गुंजायमान रहे। वहीं मठ-मंदिरों में पूरे दिन घंटे-घड़ि‍याल बजते रहे।

भोर से शुरू हुआ कार्तिक पूर्णिमा का स्नान

भोर से ही पावन स्नान शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर सूर्य देव को अर्घ्‍य देकर सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। मंगलवार को तिगरी में गंगाघाटों पर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला सोमवार शाम से ही शुरू हो गया था। फिर भोर से कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान शुरू हुआ।

युवाओं ने की मस्ती

सुबह सबसे ज्यादा भीड़ सेक्टर-13 व 10 पर दिखी। इसके अलावा सेक्टर एक से पांच के सामने भी घाट पर भीड़ ही भीड़ दिखाई पड़ी। गंगा में उत्साह के साथ स्नान करते हुए नजर आए। युवाओं ने इस दौरान मस्ती भी की। युवक मीनार तो कभी ट्रेन बनाकर मौज मस्ती करते हुआ दिखे।

विष्णु भगवान की पूजा अर्चना की

नजारा ऐसा था कि जितने श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाकर लौट रहे थे, उससे अधिक श्रद्धालु गंगा तटों की ओर रुख करते नजर आ रहे थे। स्नान के बाद गंगातटों पर ही श्री हरि विष्णु-भगवान की पूजा-अर्चना भी की गई। स्नान का सिलसिला पूरे दिन चलता रहा। 

कई जनपद के लोग पहुंचे

कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए विभिन्न जनपदों से आए श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा रही। इनमें मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बिजनौर, संभल, पीलीभीत, नजीबाबाद बदायूं के श्रद्धालुओं ने भी कार्तिक पूर्णिमा स्नान का पुण्य हासिल किया। पंडित गंगाशरण शर्मा बताते हैं कि पुराणों में भी कहा गया है कि जो व्यक्ति पूरे साल भर गंगा स्नान नहींं कर पाता है, वह कार्तिक की पूर्णिमा पर गंगा में स्नान कर ले तो उसे उसे पूरे साल भर के गंगा स्नान के बराबर पुण्य फल प्राप्त होता है। मेला मजिस्ट्रेट राजीव राज ने बताया कि इस बार पिछले मेले के मुताबिक अधिक श्रद्धालु पहुँचे हैं। लगभग 30 लाख श्रद्धालु स्नान करने का अनुमान लगाया जा रहा है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।