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गजरौला में फिर पहुंची मुंबई आयकर विभाग की टीम, कब्जे में ली सट्टा किंग की संपत्ति; खरीद-बेच पर पाबंदी का बोर्ड

गजरौला में फिर से मुंबई आयकर विभाग की टीम ने सट्टा किंग रमेश चौरसिया की करीब 50 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति को अपने कब्जे में ले लिया है। महिला डिप्टी कमिश्नर के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में तीन हजार बीघा से अधिक जमीन को कब्जे में लिया गया है। इस जमीन को खरीदने-बेचने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।

By Jagran News Edited By: Riya Pandey Updated: Fri, 20 Sep 2024 07:52 PM (IST)
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ग्रामीणों से बातचीत करती मुंबई आयकर विभाग की टीम

जागरण संवाददाता, गजरौला। देश के चर्चित ऑनलाइन सट्टा किंग रमेश चौरसिया द्वारा अवैध रूप से एकत्र की लगभग 50 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति को दूसरी बार पहुंची मुंबई आयकर विभाग की टीम ने अपने कब्जे में लेकर बोर्ड लगाए हैं।

साथ ही संबंधित जमीन को खरीदने-बेचने पर भी पाबंदी लगी है। कब्जे में ली गई जमीन तीन हजार बीघा से अधिक बताई गई है।

शुक्रवार को मुंबई आयकर विभाग की महिला डिप्टी कमिश्नर नरुणा के नेतृत्व कई सदस्य टीम गजरौला में पहुंची। यहां से पुलिस एवं राजस्व विभाग के कर्मचारियों के साथ गंगा किनारे पर बसे गांव सिकरी खादर, हाशमपुर खादर, सिहाली मेव मुस्तकम, सिहली मेव ऐतमाली, तिगरी, रायअंदाजपुर उर्फ जलालनगर, हाशमपुर खादर में पहुंची।

मुंबई आयकर ने कब्जे में लिया जमीन

यहां पर सट्टा किंग रमेश चौरसिया की लगभग तीन हजार बीघा भूमि पर अलग-अलग स्थानों पर बोर्ड लगाए। जिनके माध्यम से ये सूचित किया गया कि ये जमीन पूरी तरह से अवैध है। इसलिए अब इस जमीन को मुंबई आयकर विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया है। अब संबंधित जमीन पर न तो कोई ऋण मिलेगा और न ही इस जमीन को बेचा व खरीदा जा सकेगा।

इस जमीन की कीमत लगभग 50 करोड़ से अधिक है। टीम ने तिगरी गांव के बाजार, मंडी धनौरा तहसील परिसर में भी बोर्ड लगाए हैं। टीम ने गांव के लोगों को इस संबंधित में जागरूक किया कि वे इस जमीन पर नजर रखेंगे।

बता दें कि 18 मई को भी इसी टीम ने संबंधित जमीनों पर पहुंचकर वीडियोग्राफी के बीच में बोर्ड लगाकर चिह्नित किया था। इसके बाद तहसील में पहुंचकर अभिलेख भी जुटाए थे।

जमीनों से कृषि की आय दिखाकर करोड़ों का टैक्स चोरी

ऑनलाइन सट्टा किंग कहा जाने वाला रमेश चौरसिया का 200 करोड़ से ज्यादा का टर्नओवर है। वह जमीन से कृषि की आय दिखाकर टैक्स चोरी करने का खेल भी करता है। उसकी अलग-अलग संस्थानों के नाम पर पंजीकृत जमीनाें की जांच की तो फर्जीवाड़ा भी सामने आया है।

बता दें कि वर्ष 2017 में सट्टे के इस माफिया को इंदौर की क्राइम बांच ने पकड़ा था। उस समय वह बीस हजार रुपये का इनामी भी था। रमेश चौरसिया के खिलाफ देश के अलग-अलग 15 राज्यों में केस दर्ज हैं। जब इसके इस खेल का राजफाश हुआ तो आयकर विभाग इसकी कुंडली खंगालने में जुट गया था।

ऑनलाइन सट्टा से जुड़ा है पूरा खेल

आय का स्रोत दिखाने के लिए रमेश चौरसिया ने अलग-अलग राज्यों में जमीनें खरीद रखी हैं। जहां पर खेती-किसानी, गोशालाओं की आड़ में आमदनी करने की बात कहता हैं लेकिन, सच कुछ और ही है। पूरा खेल ऑनलाइन सट्टा से जुड़ा हुआ है।

शुक्रवार को फिर से मुंबई आयकर विभाग की टीम ने रमेश चौरसिया की जमीन पर अपने बोर्ड लगाकर कब्जे में ली है। इस जमीन को न खरीदा जा सकेगा और न ही बेचा। टीम अभी रूकी हुई है। पूर्व में भी इस टीम ने पहुंचकर इस जमीन को चिन्हित किया था।

-चंद्रकांता, एसडीएम, मंडी धनौरा।

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