Amroha: अंगीठी के धुएं से दम घुटने से मरने वालों की संख्या हुई छह, हुस्नजहां ने भी तोड़ा दम; ये गलती पड़ी भारी
Amroha अमरोहा में कल हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ गई है। कोयले वाली अंगीठी जलाकर कमरे में रख कर सोए इस परिवार के पांच सदस्यों की दम घुटने से मौत हो गई थी। अब रईसुद्दीन की पत्नी हुस्नजहां की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। अब इस मामले में कुछ छह लोगों की मौत हो चुकी है।
संवाद सहयोगी, हसनपुर। बुधवार सुबह को संभल के एक अस्पताल में बच्चों की मां हुस्नजहां ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अब मृतकों की संख्या छह हो गई है। सैदनगली थाना क्षेत्र के अल्लीपुर भूड़ शर्की उर्फ ढक्का मोड़ गांव में ट्रक चालक रईसुद्दीन का परिवार रहता है।
सोमवार की रात को उनकी पत्नी हुस्नजहां 40 वर्ष, हुस्न जहां का 50 वर्षीय मूक बधिर भाई रियासत, 18 वर्षीय बेटी सोनम, 16 वर्षीय बेटा जैद, 11 वर्षीय बेटा माहिर, 13 वर्षीय भतीजी महक तथा 9 वर्षीय भांजी कशिश खाना खाने के बाद कमरे में सोए थे। सर्दी अधिक होने वजह से सोने से पहले उन्होंने ईट भट्ठे में जलाने वाले कोयले का अलाव जलाया था।
कमरे में जलाकर रखा कोयले का अलाव
रात को देखते हुए कोयले कमरे के अंदर रखकर कमरा बंद करके सो गए थे। रात को कमरे में गैस बनने से पूरा परिवार बेहोश हो गया था। दिन में किसी को उनके बेहोश होने की भनक नहीं लगी। गृह स्वामी ट्रक चालक रईसुद्दीन ने घर पर बात करने के लिए कई बार फोन लगाया परंतु फोन नहीं उठने पर उन्हें चिंता हुई तथा अपने भाई को बताया था कि घर का फोन नहीं उठ रहा है देखो क्या बात है।
भाई पहुंचा तो बेहोश था परिवार
भाई गबरूद्दीन ने घर पहुंच कर देखा तो कमरा बंद था दरवाजा तोड़ने पर अंदर चारपाईयों पर सभी बेहोश पड़े थे। आनन फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। परंतु, चिकित्सकों ने सोनम, जैद, माहिर, कशिश तथा महक को मृत घोषित कर दिया था। जबकि, रियासत व हुस्न जहां को गंभीर हालत में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया था।
हुस्न जहां की भी हुई मौत
संभल के एक अस्पताल में हुस्न जहां ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। जबकि, रियासत का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। जिलाधिकारी राजेश कुमार त्यागी ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं डीएम ने शासन को भी मामले की रिपोर्ट भेजी है।
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