UPPCL : अब हर घर में लगेंगे स्मार्ट मीटर, अधिक बिल और मीटर जंपिंग की शिकायतों से मिलेगी निजात
उपभोक्ता एप के जरिये यह भी जान सकता है कि घर का बल्ब जलाने टीवी चलाने फ्रीज एसी पंखा चलाने में कितनी बिजली की खपत हुई है। बताया कि इसमें पूरी पारदर्शिता के साथ पूरा विवरण उपभोक्ता के सामने होगा। स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ता के संग विभाग को राहत मिलेगी। विद्युत वितरण खंड प्रथम में स्मार्ट मीटर लगाने का सर्वे पूरा हो चुका है।
जागरण संवाददाता, अमरोहा। बिजली उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। जिसमें हर 15 मिनट में आनलाइन बिजली खपत आनलाइन रिकार्ड होगी। उपभोक्ताओं को यह भी पता चल सकेगा कि पंखा, कूलर, फ्रीज, एलईडी बल्ब व एसी चलाने में कितनी बिजली खर्च हुई है। इसके लिए उपभोक्ता के मोबाइल में एप डाउनलोड करके मीटर से जोड़ा जाएगा। फिलहाल विद्युत वितरण खंड प्रथम में सर्वे पूरा हो चुका है।
सरकारी आंकड़ों पर गौर करे तो जनपद में करीब 3.60 लाख बिजली उपभोक्ता है। इनमें से 2.80 लाख घरेलू उपभोक्ता शामिल है। अभी तक सभी उपभोक्ताओं के रीडिंग के लिए सामान्य मीटर लगे हुई है। जिसमें हर माह मीटर रीडर घर-घर जाकर बिल निकालता है। इसमें आए दिन यह शिकायतें रहती थी कि रीडर ने अधिक बिल निकाला है। इसके अलावा मीटर खराब होने पर लैब में मरम्मत के लिए जाने पर जंपिंग की शिकायतें
रहती थी। जिससे उपभोक्ता आए दिन आरोप लगाते रहते थे कि बिल अधिक निकाला है। एक्सईएन निखिल वर्मा ने बताया कि अब सभी उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगेेंगे। जिसमें बिल निकालने के लिए रीडर को जाने की जरूरत नहीं, बल्कि हर माह विभाग उपभोक्ता के मोबाइली नंबर पर आनलाइन बिल जमा करने के मैसेज भेजेगा।
इसके लिए उपभोक्ता के मोबाइल में एक एप डाउनलोड किया जाएगा। जिससे मीटर कनेक्शन को जोड़ा जाएगा। इससे हर 15 मिनट में कितनी बिजली खर्च हुई आनलाइन पूरा विवरण रिकार्ड हो जाएगा।
बिचौलियों का हस्तक्षेप होगा कम
एक्सईएन ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ता के साथ विभाग काे भी राहत मिलेगी। जबकि बिजली चोरी पर काफी हद तक लगाम लगेगी। ईमानदारी से जो उपभोक्ता अपना बिल जमा कर रहे हैं। उनके लिए फायदे का सौदा है। बताया कि बिचौलियों का हस्तक्षेप भी बंद हो जाएगा।बिल जमा न करने पर कार्यालय से ही बंद हो जाएगी सप्लाई
एक्सईएन ने बताया कि स्मार्ट मीटर की खासियत यह है कि उपभोक्ता ने महीने में कितनी बिजली खर्च की है इसका पूरा रिकार्ड विभाग के पास भी रहेगा। जिसमें विभाग ही हर माह उपभोक्ता के मोबाइल पर बिजली बिल जमा करने के लिए मैसेज करेगा। बिल जमा न करने पर कर्मचारियों को कनेक्शन काटने के लिए उपभोक्ता के घर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि विभाग कार्यालय से ही कनेक्शन की सप्लाई बंद कर सकता है।
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