UP Crime: पूर्व विधायक के भाई के परपोते समेत दो की हत्या, 8-10 बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम; नौकर को मरा समझ छोड़ा
दीवार फांद कर फार्म हाउस में घुसे 8-10 बदमाशों ने पूर्व विधायक के भाई के प्रपौत्र समेत दो लोगों को सोते समय बलकटी से काट कर निर्मम हत्या कर दी जबकि फार्म हाउस के नौकर को मृत समझ कर छोड़ गए। सुबह सात बजे दूधिया फार्म हाउस पहुंचा तो घटना की जानकारी हुई। शव पोस्टमार्टम को भेज दिए हैं तथा घायल नौकर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
जागरण संवाददाता, गजरौला। दीवार फांद कर फार्म हाउस में घुसे 8-10 बदमाशों ने पूर्व विधायक के भाई के प्रपौत्र समेत दो लोगों को सोते समय बलकटी से काट कर निर्मम हत्या कर दी, जबकि फार्म हाउस के नौकर को मृत समझ कर छोड़ गए। सुबह सात बजे दूधिया फार्म हाउस पहुंचा तो घटना की जानकारी हुई।
गजरौला व गढ़ पुलिस भी मौके पर आ गई। शव पोस्टमार्टम को भेज दिए हैं तथा घायल नौकर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। घटना के पीछे रंजिश मानी जा रही है, क्योंकि फार्म हाउस पर लूट जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है। एएसपी कुंवर अनुपम सिंह ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया।
600 बीघा का फार्म हाउस
घटना गजरौला थाना क्षेत्र के गांव गुलालपुर की है। गंगा किनारे स्थित इस गांव में जनपद मेरठ थाना मवाना के गांव सीना निवासी पूर्व विधायक भीम सिंह का फार्म हाउस है। गुलालपुर में उनके बड़े भाई दिलेराम के पोते स्वप्निल सिंह उर्फ बिट्टू का लगभग 600 बीघा का फार्म हाउस है। क्षेत्र में यह वर्मा फार्म हाउस के नाम से पहचाना जाता है।
स्वप्निल सिंह के दो बेटे कविषेक सिंह मावी व अनिरुद्ध सिंह उर्फ गोलू हैं। सारा परिवार गांव सीना में ही रहता है। फार्म हाउस पर खेतीबाड़ी की देखरेख छोटे बेटे अनिरुद्ध सिंह करते थे। एक सप्ताह पहले ही वह यहां आए थे तथा फसल की बुआई के लिए खेतों को समतल करा रहे थे।
नोएडा के रतनपाल भाटी की भी हत्या
फार्म हाउस पर नौकर जीत सिंह निवासी नया गांव थाना गढ़ जनपद हापुड़ बतौर चौकीदार काम करता है। इसके अलावा यहां रतनपाल सिंह भाटी निवासी ग्रेटर नोएडा भी लगभग दो साल से रहते थे। इसी फार्म हाउस के बराबर में उनकी भी जमीन है।
सोमवार रात सभी लोग खाना खा कर सो गए थे। लगभग 12 बजे अनिरुद्ध के पास बड़े भाई कविषेक मावी की काल आई थी। दोनों भाइयों की बात हुई थी। उसके बाद किसी समय 8 से 10 हमलावर दीवार फांदकर फार्म हाउस में घुस गए। उन्होंने सो रहे तीनों लोगों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया।
नौकर काे मरा समझकर छोड़ा
घटना में अनिरुद्ध व रतनपाल भाटी की मौत हो गई, जबकि नौकर जीत गंभीर रूप से घायल हो गया। हमलावर उसे भी मृत समझ कर छोड़ गए। फार्म हाउस पर लूटपाट नहीं की गई है। ऐसा लगता है कि हमलावर केवल वहां मौजूद लोगों की हत्या करने के उद्देश्य से आए थे, जिससे इस घटना के पीछे रंजिश मानी जा रही है।
दूधिया ने देखा तो उसके उड़े होश
मंगलवार सुबह लगभग सात बजे दूधिया दूध देने फार्म हाउस पर पहुंचा तो वहां सन्नाटा पसरा था। उसी समय अनिरुद्ध के मोबाइल पर एक काल आई तो दूधिया ने भीतर जाकर देखा। वहां के हालात देख कर उसके होश उड़ गए। दूधिया ने शोर मचा दिया। आसपास के लोग आ गए। दोहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। गजरौला व गढ़ पुलिस भी मौके पर आ गई।
पुलिस कर रह हर बिंदु पर जांच
एएसपी राजीव कुमार सिंह व सीओ स्वेताभ भास्कर भी मौके पर पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली। सूचना मिलते ही मृतकों के स्वजन भी आ गए थे। दोनों शव पोस्टमार्टम को भेज दिए हैं, जबकि घायल जीत को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। एएसपी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। प्रत्येक बिंदु पर जांच की जा रही है। जल्दी ही राजफाश किया जाएगा।
1980 में किठौर से विधायक थे भीम सिंह
बता दें कि भीम सिंह सीना 1980 में किठौर से कांग्रेस के टिकट पर विधायक हुए और 1985 तक रहे, लेकिन इसी वर्ष दोबारा चुनाव लड़े और हार गए थे। 1987 में उनकी मौत हो गई थी। पूर्व विधायक भीम सिंह पांच भाई थे। उनसे बड़े दिलेराम थे। दिले राम के एक बेटा आफताब सिंह हुआ। उनका एक बेटा स्वप्निल उर्फ मिंटू है। उनके दो बेटे अनिरुद्ध उर्फ गोलू व कविषेक हैं। अनिरुद्ध अमरोहा सहित अन्य फार्म हाउस का काम देखते थे। अनिरुद्ध, भीम सिंह के भाई दिले राम के प्रपौत्र थे।
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