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आप सेक्स रैकेट चलाते हैं क्यों न आप पर..? सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य को ‘डिजिटल अरेस्ट’ करने का प्रयास

साइबर ठगी के मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। नए-नए तरीके से वह लोगों को शिकार बना रहे हैं। डिजिटल अरेस्ट के मामले अभी थमे भी नहीं थे कि साइबर ठगों द्वारा लोगों को अपना शिकार बनाने का नया तरीका सामने आया है। अब वह सीधे पुलिस को चुनौती देते हुए उसके नाम से लोगों को ईमेल भेज कर झांसे में ले रहे हैं।

By Asif Ali Edited By: Shivam Yadav Updated: Tue, 26 Nov 2024 02:10 AM (IST)
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अनिल जग्गा ने एसपी दफ्तर में शिकायत दर्ज कराई है।
जागरण संवाददाता, अमरोहा। साइबर ठग किस रूप में आपको अपने झांसे में ले लें, कुछ कहा नहीं जा सकता। इसलिए इंटरनेट मीडिया के इस दौर में होशियार रहने की जरूरत है। जागरूकता ही आपको इस मामले में फंसने से बचा सकती है। 

ताजा मामला अमरोहा का है। यहां रहने वाले सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य अनिल कुमार जग्गा को भी साइबर ठगों में झांसे में लेने का प्रयास किया है। दिल्ली पुलिस के एडीजी व सीबीआई की साइबर सेल के संयुक्त नाम से उन्हें ईमेल भेज कर कहा है कि वह सेक्स रैकेट का संचालन करते हैं। क्यों न आपके विरुद्ध कार्रवाई की जाए, इसका जवाब एक सप्ताह में दें। मेल मिलने के बाद अनिल जग्गा ने एसपी दफ्तर में शिकायत दर्ज कराई है।

यह है पूरा मामला

आर्य समाज मंदिर निवासी सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य अनिल कुमार जग्गा को सोमवार को एक मेल मिली थी। यह मेल दिल्ली पुलिस के एडीजी व सीबीआई की तरफ से संयुक्त मेल थी। प्रारूप ऐसा कि अंजान आदमी देख कर ही परेशान हो जाए। अशोक स्तंभ के साथ ही तीनों पेज पर एडीजी व सीबीआई की मुहर व हस्ताक्षर भी छपे हैं। 

तीन पेज के इस मेल में उन पर आरोप लगाया है कि अनिल जग्गा देश में सेक्स का रैकेट संचालित करते हैं। दिल्ली साइबर सेल की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। साथ ही कहा है कि वह सात दिन से भीतर सीइआईबी.एचक्यू2.जीओवी@डब्ल्यूआईसीटीसर्विसेज.काम पर जवाब दें कि क्यों न आपके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। 

दोनों मेल मे था अलग पता

साइबर ठगों ने अपने दफ्तर का पता पुलिस हेडक्वार्टर थाना मंदिर मार्ग दिल्ली तथा जनपथ भवन नई दिल्ली लिखा है। इसके थोड़ी देर बाद उनके पास दूसरी मेल आई। उसमें भी यही आरोप लगाए गए थे, जबकि उस मेल में दफ्तर का पता राष्ट्रीय राजमार्ग-9 महिपालपुर दिल्ली लिखा था। 

इतना ही नहीं दूसरी मेल के पेज को जब उन्होंने प्रिंट आउट करने के लिए क्लिक किया तो वहां एक लिंक सामने आ गया। लिंक पर क्लिक करते ही उनकी मेल आईडी के संबंध में एक ओटीपी पूछा। परंतु अनिल जग्गा ने ओटीपी दर्ज नहीं किया तथा मेल बंद कर दी। उसके बाद उन्होंने एसपी दफ्तर में जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई है।

लिंक पर क्लिक करते ही हैक हो जाएगी जीमेल आईडी

साइबर एक्सपर्ट मनीष सिरोही ने बताया कि साइबर ठगी का यह तरीका हाल ही में चलन में आया है। लिहाजा लोगों को उनके जीमेल पर आई किसी भी मेल को खोल कर ओटीपी दर्ज नहीं करनी चाहिए। 

यदि ऐसा करेंगे तो साइबर ठग जीमेल को हैक कर मोबाइल व बैंक खाते तक में सेंध लगा सकते हैं। साथ ही डिजिटल अरेस्ट कर वसूली का प्रयास करेंगे। तत्काल साइबर सेल में सूचना दें।

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