औरैया में साधुओं की हत्या करने के आरोप में पांच गोकश गिरफ्तार
औरैया के कुदरकोट गांव के रहने वाले 12 कसाइयों ने मंदिर के दो पुजारियों की निर्मम हत्या को अंजाम दिया था।
By Nawal MishraEdited By: Updated: Sun, 19 Aug 2018 12:16 AM (IST)
औरैया (जेएनएन)। ग्राम कुदरकोट के भयानकनाथ मंदिर में दो साधुओं की हत्या और एक को मरणासन्न करने वाले गोकश ही थे। इस दोहरे हत्याकांड में शामिल पांच आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस अभी सात अन्य की तलाश कर रही है। हत्यारोपितों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। बताया कि साधु गोकशी में बाधक बन रहे थे, इसलिए मौत के घाट उतार दिया। हत्यारोपितों से दो बाइक, तीन तमंचे, कारतूस, धारदार हथियार और मंदिर के दान पात्र से लूटे 1680 रुपये बरामद हुए हैं। पांचों को जेल भेज दिया गया है। उल्लेखनीय है कि औरैया स्थित भयानकनाथ मंदिर के दो पुजारियों की बुधवार तड़के हत्या कर दी गई थी। तीसरा पुजारी घायल बच गया था।
हत्याकांड का राजफाशएसपी नागेश्वर सिंह ने बताया कि हत्याकांड के राजफाश के लिए कानपुर की क्राइम ब्रांच व औरैया की स्वाट टीम समेत सात टीमें लगी हुई थीं। शनिवार को बिधूना कोतवाली क्षेत्र के वैवाह बंबा के पास से पुलिस ने सलमान, नदीम, शहबाज, मजनू उर्फ नाजिम और गब्बर को गिरफ्तार किया। आरोपितों ने बताया कि साधुओं ने उनके रिश्तेदारों को पकड़वाया था। इसी खुन्नस में साधुओं पर हमला कर दिया। सलमान, नदीम, शहबाज व मजनू के खिलाफ गोकशी के मुकदमे पहले से दर्ज हैं, जिनमें ये वांछित चल रहे थे। बता दें, 14 अगस्त की रात भयानकनाथ मंदिर परिसर में साधु लज्जाराम और हरभजन की धारदार हथियार से हत्या कर गई थी। तीसरा साधु भी हमले में गंभीर घायल हो गया था।
नागा साधु को मिली धमकीदूसरी ओर, शनिवार को ग्राम रुरुकला में गाय को पीटने और विरोध पर नागा साधु बाबा प्रह्लाद को धमकी से मामला गरमा गया। पुलिस ने दो आरोपितों को पकड़ लिया। साधु ने तीन लोगों के खिलाफ तहरीर पुलिस को दी है। बाबा प्रह्लाद हरिद्वार के तपोनिधि निरंजनी अखाड़े से हैं और गांव के समाधि स्थल आश्रम में रहते हैं।
सीएम योगी का संज्ञानसीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना पर नाराजगी जताई थी और डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को 48 घंटे के अंदर दोषियों का पता लगाकर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। सीएम ने मारे गए पुजारियों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपये और घायल पुजारी को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी और विधूना के इंस्पेक्टर अखिलेश मिश्रा और चौकी के कॉन्स्टेबल इस्लाम को निलम्बित कर दिया था। मामले को लेकर भीड़ ने पुलिस पर पथराव करने के साथ ही वहां से गुजर रहे वाहनों पर भी गुस्सा उतारा। कुछ गाड़ियां भी फूंक दी गईं। तनाव के चलते क्षेत्र में पुलिस-पीएसी तैनात रही।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।