Auraiya: इंजेक्शन का नमूना फेल होने पर गोदाम पर छापा, 21.50 लाख रुपये की दवा सील; जीएसटी विभाग को दी जानकारी
पांच माह पूर्व लिया गया एंटीबायोटिक इंजेक्शन का नमूना जांच में फेल होने पर एसडीएम ने जिला अभिहित अधिकारी के साथ सब्जी मंडी स्थित बालाजी मेडिकल स्टोर के गोदाम पर गुरुवार देर शाम छापा मारा। जांच के बाद 161 प्रकार की दवाओं सूची बनाई गई। इसके बाद करीब 21.50 लाख रुपये की दवाओं को गोदाम में सील कर दिया गया।
औरैया, जागरण संवाददाता: पांच माह पूर्व लिया गया एंटीबायोटिक इंजेक्शन का नमूना जांच में फेल होने पर एसडीएम ने जिला अभिहित अधिकारी के साथ सब्जी मंडी स्थित बालाजी मेडिकल स्टोर के गोदाम पर गुरुवार देर शाम छापा मारा। जांच के बाद 161 प्रकार की दवाओं सूची बनाई गई। इसके बाद करीब 21.50 लाख रुपये की दवाओं को गोदाम में सील कर दिया गया। इस दौरान 15 अन्य दवाओं के गोदाम से नमूने भी लिए गए।
शहर की सब्जी मंडी स्थित बालाजी मेडिकल स्टोर से अप्रैल में एंटीबायोटिक इंजेक्शन डायक्लोफेनिक का एक नमूना लिया गया था। उसे जांच के लिए लखनऊ स्थित लैब में भेजा गया था। वहां जांच में यह नमूना फेल हो गया। इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी गई।
ताला खुलवाने पर खुला राज
इसके बाद गुरुवार देर शाम को एसडीएम अखिलेश कुमार ने अभिहित अधिकारी ज्योत्सना आनंद व कोतवाली पुलिस के साथ बालाजी मेडिकल स्टोर के तहसील के सामने सब्जी मंडी स्थित रामलीला मैदान के सामने गोदाम पर छापा मारा।
मेडिकल स्टोर संचालक रामजी पोरवाल को मौके पर बुलाया गया। उनसे गोदाम में ताले खुलवाने के बाद दवाओं चेक किया गया। रात सवा दस बजे तक चली कार्रवाई में वहां करीब 21.50 लाख रुपये की दवाएं पाई गईं।
जीएसटी विभाग को भी सूचना दी गई
अभिहित अधिकारी ज्योत्सना आनंद ने बताया कि जांच के बाद गोदाम को सील किया गया है। नोटिस जारी कर संचालक से जवाब मांगा जाएगा। इसके बाद कोर्ट में वाद दायर किया जाएगा। साथ ही जीएसटी विभाग को भी सूचना दी गई है। इससे अब जीएसटी विभाग भी मामले की जांच करेगा। बताया कि संचालक ने मेडिकल स्टोर का लाइसेंस लिया है। पर उनके पास भंडारण के लिए गोदाम का लाइसेंस नहीं है। इस संदर्भ में भी कार्रवाई की जाएगी।
15 दवाओं का लिया गया नमूना
अभिहित अधिकारी ने बताया कि छापे के दौरान गोदाम से 15 अन्य दवाओं के भी नमूने लिए गए हैं। उन्हें भी जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। वहां से जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दर्द निवारक इंजेक्शन है डाइक्लोफेनिक
अभिहित अधिकारी ने बताया कि किसी प्रकार के दर्द से राहत देने के लिए डायक्लोफिनेक इंजेक्शन लगाया जाता है। पर मानक पर खरा न होने से यह काम नहीं करता है।
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