उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में भ्रष्टाचार निरोधक दल ने एक लेखपाल को किसान से 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। लेखपाल ने किसान से जमीन की पैमाइश के नाम पर पैसे मांगे थे। किसान ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की थी। टीम ने जाल बिछाकर लेखपाल को पकड़ा। लेखपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
संवाद सहयोगी, अजीतमल (औरैया)। जमीन की पैमाइश के नाम पर किसान से पांच हजार रुपये मांगने वाले लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को तहसील में रंगे हाथ पकड़ लिया। टीम ने लेखपाल को पकड़ने के लिए किसान से मिलकर पहले जाल बिछया। इसके बाद जैसे ही किसान ने आरोपित को रुपये पकड़ाए, वैसे ही टीम ने पीछे से पकड़ लिया। बाद में टीम लेखपाल को लेकर सदर कोतवाली औरैया पहुंची।
अजीतमल तहसील के गांव गुहानी खुर्द निवासी मनोज ने 14 सितंबर को जमीन की पैमाइश के लिए ककोर स्थित कलेक्ट्रेट में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को आवेदन किया था।
अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के निर्देश पर बिधूना के गांव रतनपुर समाइन निवासी और गुहानी खुर्द के लेखपाल अनिल यादव ने किसान से संपर्क किया। दो दिन बाद उसे पांच हजार रुपये की मांग की। इसके बाद किसान ने एक अक्टूबर को कानपुर स्थित एंटी करप्शन कार्यालय पहुंच कर शिकायत की। जिसके बाद किसान ने लेखपाल से संपर्क किया पर लेखपाल उसे टरकाता रहा।
सोमवार को लेखपाल से संपर्क कर तहसील पहुंचे के लिए कहा। मंगलवार सुबह किसान तहसील पहुंकर लेखपाल से संपर्क किया। लेखपाल जिस कमरे पर बैठा था वहां पर सीसी कैमरे लगे होने के कारण उसने कैंटीन पहुंचकर चाय आर्डर करने के लिए कहा। किसान कैंटीन पहुंचा। इधर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाना शुरू किया।
कुछ देर बाद लेखपाल कैंटीन पहुंचा। चाय पीने के बाद रुपये की मांग की। पांच हजार रुपये निकल कर लेखपाल को जैसे ही पकड़ाए। तभी कैटीन में मौजूद टीम के अधिकारियों ने लेखपाल को पीछे से पकड़ लिया। इसके बाद उसे पकड़ कर सीधे गाड़ी में बैठा लिया।
बाद में उसे सदर कोतवाली औरैया ले गए। वहां टीम में शामिल इंस्पेक्टर मृत्युंजय मिश्रा ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। मृत्युंजय मिश्रा ने बताया कि लेखपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम धारा 7/13 के तहत कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कोतवाल भूपेंदर राठी ने बताया कि एंटी करप्शन टीम में शामिल इंस्पेक्टर मृत्युंजय मिश्रा की तहरीर कर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बुधवार को लखनऊ स्थित कोर्ट में आरोपित लेखपाल को पेश किया जाएगा। कार्रवाई के दौरान एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक संजय त्रिपाठी, चंद्रभान सिंह, चतुर सिंह, मुख्य आरक्षी अनिल कुमार, बृजनंदन, आरक्षी अभिषेक, सतेंद्र व धनेंद्र मौजूद रहे।
पांच माह बाद होना था सेवानिवृत
पकड़ा गया लेखपाल अनिल यादव पांच माह बाद सेवानिवृत हो रहे है। वह गुहानी खुर्द में सड़क किनारे प्लाटिंग की जमीन को लेकर डेढ़ माह से विवाद चल रहा था। आरोप है कि किसान के सामने के प्लाट को पड़ोसी के नाम कर दिया गया। इसकी जानकारी के बाद किसान ने तहसील अधिकारियों के चक्कर काटे। लेकिन उसकी सुनी नहीं गई। विभागीय सूत्रों की माने दो साल पहले लेखपाल का पदोन्नति होनी थी। पर बीमारी के चलते प्रदोन्नति नहीं ली।
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