'मैं झुक जाता तो सारे मसले हल हो जाते लेकिन...' बृजभूषण शरण सिंह ने क्यों कही ये बात?
ब्रजभूषण शरण सिंह ने कुश्ती विवाद पर तंज कसते हुए कहा कि अगर मैं झुक जाता तो सारे मसले हल हो जाते लेकिन मेरे किरदार का कत्ल हो जाता। उन्होंने कहा कि क्षत्रियों को शस्त्र के साथ शास्त्र का ज्ञान रखना जरूरी है। इस कार्यक्रम में वरिष्ठजन और मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। वह विजय दशमी पर क्षत्रिय महासभा को संबोधित कर रहे थे।
जागरण संवाददाता, औरैया। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कुश्ती विवाद पर तंज कसते हुए कहा कि मैं झुक जाता तो सारे मसले हल हो जाते, लेकिन मेरे किरदार का कत्ल हो जाता। वह विजय दशमी पर क्षत्रिय महासभा के तत्वावधान में महाराणा प्रताप भवन में आयोजित मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में कहा कि क्षत्रियों को शस्त्र के साथ शास्त्र का ज्ञान रखना जरूरी है। समारोह में वरिष्ठजन व मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।
शनिवार पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे पूर्व सांसद ने महाराणा प्रताप की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। जय श्रीराम के उद्घोष के साथ उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज मनु और परीक्षित से शुरू हुआ। भगवान श्रीराम और महाराणा प्रताप जैसे महापुरुष समाज का गौरव रहे। युवाओं में जोश भरते हुए निष्ठा के साथ कर्म करने की सीख देकर कहा कि युवा पीढ़ी सत्कर्म के मार्ग पर आगे बढ़े।कर्म की प्रधानता के बारे में उन्होंने श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए गीता के उपदेशों की चर्चा की। बल बुद्धि के मामले में हनुमान चालीसा के माध्यम से समाज के लोगों को प्रेरणा दी। कहा कि मनुष्य ऐसा प्राणी है जो अपनी मेहनत लगन व कर्म से पत्थर को भी पानी बना सकता है।
जो मनुष्य जीवन में कठिनाइयों का सामना करते हैं, रणभूमि में वही आगे पहुंचते हैं। पूर्वजों के पराक्रम को याद कराते हुए कहा कि हम क्या थे और क्या हो गए। आगे समय में और क्या हो जाएंगे। इसलिए अच्छी संगत, किताबें और स्वास्थ्य सभी को अपनाएं।
कई दिग्गज नेता रहे मौजूद
विशिष्ट अतिथि कानपुर के बिठूर विधानसभा क्षेत्र से विधायक अभिजीत सिंह सांगा, इटावा से विधायक सरिता भदौरिया, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष भाजपा आनंद सिंह और जिला प्रभारी मुकेश सिंह, महासभा के संरक्षक कुंवर रविंद्र सिंह कुशवाह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपू सिंह, अध्यक्ष शिवपाल सिंह जादौन, महामंत्री मलखान सिंह सेंगर, मुकेश सिंह सेंगर, रामकृपाल सेंगर, विजय सिंह तोमर फौजी व दिनकर चौहान आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
अतिथियों को स्मृति चिह्न के रूप में भगवान श्रीराम की प्रतिमा व तलवार भेंट की गई। पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। समाज के वरिष्ठ लोगों को अंग वस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का संचालन राजेश सिंह कुशवाह ने किया। आयोजक गौरव सिंह कुशवाह, दीपेंद्र सिंह, अंकित सिंह कुशवाह, जिला पंचायत सदस्य करमवीर सिंह, अभिषेक सिंह, रत्नेश सिंह, शिवम गौर, सूर्यदेव तोमर, धीरू चौहान, कौशलेंद्र तोमर, देव प्रताप सिंह मौजूद रहे।
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